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Sunday, December 28, 2025
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पुंछ में एसआईए की छापेमारी, नार्को टेररिज्म से जुड़ी आतंकी साजिश

छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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जम्मू-कश्मीर में नार्को टेररिज्म के खिलाफ कार्रवाई तेज करते हुए स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने शुक्रवार(23मई) को पुंछ जिले में कई ठिकानों पर छापेमारी की। ये कार्रवाई एक आतंकी नेटवर्क और उससे जुड़े नार्को टेररिज्म मॉड्यूल की जांच के तहत की गई, जिसमें आतंकवादियों के साथ-साथ ड्रग्स के जरिये आतंक गतिविधियों को फंड किया जा रहा था।

अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी पुंछ जिले के आतंकियों से कथित तौर पर जुड़े एक घर सहित कई ठिकानों पर की गई। इस कार्रवाई का संबंध उन मामलों से है जिनमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी समूह मादक पदार्थों की तस्करी के जरिए जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं।

एसआईए की ये कार्रवाई पिछले कुछ हफ्तों में की गई तीसरी बड़ी छापेमारी है। इससे पहले 17 मई को मध्य और उत्तरी कश्मीर में 11 ठिकानों पर तथा 11 मई को अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में 20 स्थानों पर छापेमारी की गई थी। इन सभी कार्रवाइयों का मकसद स्लीपर सेल मॉड्यूल की पहचान और उसे खत्म करना है, जो आतंकी नेटवर्क से जुड़े रहकर भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।

एसआईए की जांच में सामने आया है कि ये स्लीपर सेल व्हाट्सएप, टेलीग्राम और सिग्नल जैसे एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल कर रहे थे। इसके जरिये वे भारतीय सुरक्षा बलों और रणनीतिक प्रतिष्ठानों से जुड़ी गोपनीय जानकारी पाकिस्तान स्थित आकाओं तक पहुंचा रहे थे।

एसआईए की ओर से जारी बयान में कहा गया, “छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।” जांच में यह भी सामने आया है कि ये आतंकी सहयोगी भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के खिलाफ साजिश रचने, सांप्रदायिक तनाव फैलाने और असंतोष भड़काने में सक्रिय थे।

पिछले कुछ महीनों में यह बात बार-बार सामने आ रही है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन अब पारंपरिक हथियारों के बजाय मादक पदार्थों की तस्करी को नया हथियार बना रहे हैं। ड्रग्स के जरिए अर्जित धन का उपयोग हथियार खरीदने, आतंकियों को प्रशिक्षण देने और आतंकी घटनाओं को अंजाम देने में किया जा रहा है।

एसआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की इस कार्रवाई को जम्मू-कश्मीर में आतंकी नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक अहम सफलता माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारी हो सकती है।

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