उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने भारत विरोधी गतिविधियों और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान तुफैल अहमद (निवासी धूपीपुर, वाराणसी) और मोहम्मद हारून (निवासी सीलमपुर, दिल्ली) के रूप में हुई है।
यूपी एटीएस की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, मोहम्मद हारून, जो दिल्ली में कबाड़ का काम करता है, पर आरोप है कि वह पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात रहे मुज़म्मिल हुसैन के साथ मिलकर सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था। मुज़म्मिल हुसैन को भारत सरकार ने हाल ही में “persona non grata” घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया था।
पूछताछ में हारून ने बताया कि वह रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान जाता था, जहां उसकी मुलाकात मुज़म्मिल हुसैन से हुई। इसके बाद उसने पाकिस्तान वीजा दिलाने के नाम पर लोगों से पैसे लेना शुरू किया और साथ ही देश की सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां हुसैन को मुहैया करवाईं। हारून ने कुछ बैंक खातों की जानकारी मुज़म्मिल को दी, जिनमें पाकिस्तान से वीजा प्राप्त करने वालों का पैसा जमा होता था। इसका एक हिस्सा हारून कमीशन के रूप में रखता और बाकी नकद में किसी निश्चित स्थान पर पहुंचा देता — जिसे भारत विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता था।
पाकिस्तानी दूतावास से निष्कासित मुजम्मिल हुसैन के लिये जासूसी करने वाला मोहम्मद हारून को भी यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया। https://t.co/AlsR73Abzn pic.twitter.com/7iQjVA4n0J
— Jitender Sharma (@capt_ivane) May 22, 2025
दूसरे आरोपी तुफैल अहमद के खिलाफ खुफिया एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि वह भारत विरोधी तत्वों के संपर्क में है और व्हाट्सएप ग्रुप्स के माध्यम से पाकिस्तान से संचालित संगठनों के लिए काम कर रहा है। जांच में सामने आया कि तुफैल, तेहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठन के वीडियो और संदेश सोशल मीडिया पर फैला रहा था। वह भारत में ‘ग़ज़वा-ए-हिंद’ की अपील, बाबरी मस्जिद का बदला लेने और शरिया लागू करने जैसे उकसाने वाले संदेश फैला रहा था।
तुफैल ने दिल्ली के राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल किला, निजामुद्दीन औलिया दरगाह जैसे महत्वपूर्ण स्थानों की तस्वीरें और जानकारियां पाकिस्तान स्थित अज्ञात लोगों को भेजीं। वह फेसबुक के जरिए नफीसा नामक महिला से संपर्क में था, जो पाकिस्तान के फैसलाबाद की निवासी है और जिसके पति की पहचान पाकिस्तानी सेना से जुड़ी बताई जा रही है।
पाकिस्तानी दूतावास से निष्कासित मुजम्मिल हुसैन के लिये जासूसी करने वाला मोहम्मद हारून को भी यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया। https://t.co/AlsR73Abzn pic.twitter.com/7iQjVA4n0J
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एटीएस के अनुसार तुफैल 600 से अधिक पाकिस्तानी नंबरों से संपर्क में था और उसने पाकिस्तान द्वारा संचालित कई व्हाट्सएप ग्रुप्स के लिंक वाराणसी के अन्य लोगों को भी भेजे थे, जिससे उन्हें भी कट्टरपंथी विचारधारा से जोड़ा जा सके।
यूपी एटीएस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य करने का गंभीर आरोप लगाया है। इनकी गिरफ्तारी को देश की आंतरिक सुरक्षा के लिहाज से बड़ी सफलता माना जा रहा है। एटीएस अब इनसे जुड़े अन्य संपर्कों और नेटवर्क की जांच में जुटी है।
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