मुंबई। भारत -चीन रिश्तों में आई खटास का असर अब कोरोना वैक्सीन पर भी दिखने लगा है।लद्दाख सीमा पर चीनी और भारतीय जवानों के बीच कई बार झड़प हो चुकी है। हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने वैक्सीन के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करने की बात कही थी. अब बीएमसी द्वारा ग्लोबल एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी किया. ईओआई में एक ऐसी शर्त शामिल की गई जिससे चीन की कंपनिया इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाएंगी। वहीं, नगर आयुक्त आई एस चहल ने कहा कि बीएमसी अगले 60 से 90 दिनों के भीतर मुंबई के लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए कोविड की पर्याप्त वैक्सीन हासिल कर लेगी.
इस शर्त से चीन होगा बाहर
मुंबई नगर निगम (BMC) ने बुधवार को मुंबई में वैक्सीन की 1 करोड़ डोज की खरीद के लिए ग्लोबल एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी किया है. ईओआई में शर्त शामिल करते हुए कहा गया है कि भारत के साथ जमीनी सीमाओं को साझा करने वाले देशों की कंपनियों की बोलियों पर विचार नहीं किया जाएगा. बीएमसी के इस फैसले से चीन की कोई भी कंपनी इस प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाएगी.हालांकि हालांकि चीनी वैक्सीन की गुणवत्ता और अन्य पहलुओं पर सवाल उठते रहे हैं.
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अतिरिक्त नगर आयुक्त पी वेलरासु के मुताबिक हम केंद्र की वर्तमान नीति से अवगत नहीं है, लेकिन हमने चीन की कंपनियों को ईओआई में हिस्सा लेने से रोकने के लिए शर्त को टेंडर प्रक्रिया में डालने का फैसला लिया है.
इन कंपनियों पर टिकी निगाहें
इस ईओआई के मुताबिक कंपनियों को 18 मई तक जवाब देना है. आदेश जारी होने के तीन हफ्ते के भीतर वैक्सीन की सप्लाई करनी होगी. कंपनी को जरूरी रजिस्ट्रेशन समेत अन्य नियमों को भारत में पूरा करना होगा. एक अनुमान के अनुसार बीएमसी को वैक्सीन खरीद में करीब 400 करोड़ रुपए खर्च करने होंगे। एक अधिकारी के मुताबिक शहर को 1.50 करोड़ वैक्सीन डोज की जरूरत है.
इन वैक्सीन के लिए मुंबई ने की तैयारी बीएमसी ने पहले कहा था कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के साथ ही वो फाइजर, मॉडर्ना, स्पूतनिक और जॉनसन एंड जॉनसन से बोली की उम्मीद करता है.