नई दिल्ली। टीवी सीरियल ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ फेम मुनमुन दत्ता को जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल बहुत महंगा पड़ा है। ऐक्ट्रेस पर अब गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मुनमुन के खिलाफ हरियाणा में गैर जमानती धाराओं में SC/ST ऐक्ट के तहत एफआईआर (FIR) दर्ज हो गई है। मुनमुन के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में शिकायत दर्ज हो रही है। जालंधर में भी दलित संगठनों के उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है और कार्रवाई नहीं किए जाने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। शो की ‘बबीता जी’ यानी मुनमुन दत्ता के खिलाफ नेशनल अलायंस फॉर शेड्यूल क्लास हयूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन ने शिकायत दी थी।
इसी को आधार बनाकर थाना शहर हांसी की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। ऐक्ट्रेस के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 153A, 295A और अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम की धारा 3(1)(R), 3(1)(S) और 3(1)(U) के तहत मामला दर्ज किया गया है। ये सभी धाराएं गैर जमानती हैं। इसका मतलब यह हुआ कि यदि अब पुलिस कार्रवाई करते हुए मुनमुन दत्ता को गिरफ्तार करती है तो इन धाराओं में जमानत नहीं मिलेगी। इतना ही नहीं, इन धाराओं में अग्रिम जमानत का प्रावधान भी नहीं है। मुनमुन दत्ता के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए उस वीडियो से शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने एक जाति सूचक शब्द का आपत्तिजनक तरीके से इस्तेमाल किया था।