खुदरा महंगाई दर जून 2025 में घटकर 2.1 प्रतिशत हो गई है। इसमें पिछले महीने के मुकाबले 0.72 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। मई में यह 2.82 प्रतिशत थी। जून 2025 में रिकॉर्ड की गई खुदरा महंगाई दर जनवरी 2019 के बाद रिटेल मुद्रास्फीति का सबसे न्यूनतम आंकड़ा है।
मंत्रालय के डेटा के अनुसार, बीते महीने में ग्रामीण स्तर पर खुदरा महंगाई दर 1.72 प्रतिशत रही है, जबकि शहरी स्तर पर खुदरा महंगाई दर 2.56 प्रतिशत रही है। इस महीने के दौरान महंगाई में मजबूत गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, दालों, मांस और मसालों की कीमतों में गिरावट के कारण हुई है।
इस बीच, रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में कहा कि आरबीआई ने 2025-26 के लिए अपने महंगाई दर अनुमान को भी 4 प्रतिशत के पूर्व अनुमान से घटाकर 3.7 प्रतिशत कर दिया है।
वित्त वर्ष 2025-26 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) महंगाई दर अब 3.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जिसमें महंगाई दर पहली तिमाही में 2.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.4 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 3.9 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.4 प्रतिशत रहने का अनुमान है।



