मुंबई/नई दिल्ली। ममता बनर्जी ने जिस तरह जिलाधिकारों की बैठक में हंगामा किया वह अशोभनीय है। इसकी जितनी निंदा की जाये कम है। जिस तरह से ममता बनर्जी ने पीएम मोदी पर अपमानित करने का आरोप लगाया यह केवल सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश है। इस समय ममता बनर्जी का दिमाग सातवें आसमान पर है।
अब सवाल यह कि उन्होंने क्यों कहा कि पीएम मोदी बैठक में बोलने नहीं दिये। इससे पहले बता दें कि इस बैठक का आयोजन डीएम से चर्चा के लिए रखी गई थी, इसमें 54 जिलाधिकारी भी शामिल हुए थे और अपनी बात रखी। जमीनी स्तर पर उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों को पीएम मोदी ने सराहा भी। उन्होंने कहा कि इस संकट के समय में आप सबके सहयोग से ही इस महामारी को दूर किया जा सकता है, जिसकी जिम्मेदारी आप सब बखूबी निभा रहे हैं.
जब, पश्चिम बंगाल से पीएम और डीएम की बैठक के लिए 24 उत्तर परगना ज़िले के डीएम ने अपनी बात रखने के लिए कहा था, लेकिन मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने डीएम के बोलने के समय को रद्द कर दिया और कहा कि वे खुद बोलेगी. अब सवाल है कि किसे, कौन अपमानित किया।अब पहले सवाल का जवाब , ममता बनर्जी को किसी ने अपनी बात रखने के लिए रोका नहीं , जब सीएम और पीएम की बैठक आयोजित होती हैं तो वे इस बैठक में शामिल नहीं होती हैं.
जब इस बार डीएम की बैठक आयोजित की गई तो ममता बनर्जी को अपनी पोल खुलने का डर था।
बहरहाल, इस बैठक में मुख्यमंत्री उपस्थित रह सकते थे ताकि डीएम जो भी अनुभव और समस्या बताए वे सीधे मुख्यमंत्री के संज्ञान में आये. इसलिए डीएम को बात रखने की इजाज़त थी. जानकारी के अनुसार ममता बनर्जी ने जब डीएम उत्तर परगना के बात रखने के समय को रद्द करवा दिया तब समझ आ गया था कि ममता बनर्जी बैठक में हंगामा करना चाहती थी. और उन्होंने वही किया भी।
बैठक के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा हंगामा किये जाने के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया. रविशंकर प्रसाद ने ममता पर पीएम मोदी की बैठक को ही पटरी से उतारने का आरोप लगाया. रविशंकर ने कहा, सिर्फ BJP प्रदेश के जिलाधिकारियों को बुलाया जाता है जबकि पूर्व में आंध्र प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के जिलाधिकारियों ने भी बात रखी है. ममता बनर्जी ने 24-परगना के DM को बोलने नहीं दिया, कहा कि DM क्या जानते हैं, मैं उनसे ज्यादा जानती हूं.
ये बोलीं ममता बनर्जी
पीएम की इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री भी शामिल हुई लेकिन बैठक के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बैठक में बोलने नहीं दिया गया. मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने कहा कि, “ बैठक में कठपुतलियों की तरह बैठा कर रखा, हम अपमानित महसूस कर रहे हैं हमें बोलने नहीं दिया गया. ऑक्सीजन-ब्लैक फंगस पर कुछ नहीं पूछा”
पीएम की इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री भी शामिल हुई लेकिन बैठक के बाद उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बैठक में बोलने नहीं दिया गया. मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने कहा कि, “ बैठक में कठपुतलियों की तरह बैठा कर रखा, हम अपमानित महसूस कर रहे हैं हमें बोलने नहीं दिया गया. ऑक्सीजन-ब्लैक फंगस पर कुछ नहीं पूछा”