इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर एक नई बहस शुरू कर दी है, जहां लोगों की सहानुभूति और नाराजगी दोनों देखने को मिल रही है।
ज्योति सिंह ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया। वीडियो में वह थाने में बार-बार बुलाए जाने को लेकर मानसिक रूप से परेशान नजर आ रही हैं। इस पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और खासतौर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए लिखा कि उन्हें इंसाफ की उम्मीद उन्हीं से है क्योंकि पूरा देश उन्हें न्याय प्रिय नेता के रूप में देखता है।
ज्योति सिंह ने लिखा, ”माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी, सादर नमस्कार, आपको न्याय और इंसाफ के लिए पूरे उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे भारत में जाना जाता है।
अपने कैप्शन मैसेज में ज्योति सिंह ने आगे कहा कि सरकार एक तरफ ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे नारे देती है और दूसरी तरफ पुलिस जैसे संस्थान ही महिलाओं को अपमानित कर रहे हैं।
उन्होंने अपने पोस्ट में खुद को बलिया की बेटी बताते हुए भावनात्मक अंदाज में सवाल उठाया और लिखा, ”मैं उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की बेटी होने के नाते आपसे यह पूछना चाहती हूं कि क्या आज एक पत्नी अपने पति से मिलने जाए, तो उस पर भी मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है?”
उन्होंने मुख्यमंत्री से आगे मांग की और कहा, ”यह सिर्फ मेरा सवाल नहीं है, यह मेरे जैसी सभी पीड़ित महिलाओं का सवाल है। मुख्यमंत्री जी, ऐसे अधिकारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी पुलिस अधिकारी इस प्रकार की हरकत करने से पहले सौ बार सोचे।”
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