लखनऊ। कोविशील्ड कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाने के बाद शरीर में एंटीबॉडी नहीं बनने का दावा करने वाले लखनऊ के एक वकील ने सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला सहित 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वकील का आरोप है कि पहली डोज लेने के बाद ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। 25 मई को जब उन्होंने एंटीबॉडी टेस्ट कराया तो पता चला कि उनकी शरीर में एंटीबॉडी बनी ही नहीं, साथ ही प्लेटलेट्स भी आधे रह गए। वकील की याचिका पर कोर्ट ने संबंधित थाने से रिपोर्ट तलब कर 2 जुलाई को मामले पर सुनवाई तय की है। लखनऊ के वकील प्रताप चंद्र का कहना है कि उन्होंने 8 अप्रैल को कोविशील्ड की पहली डोज गोविंद अस्पताल में लगवाई थी। वहीं ,28 मई को उन्हें दूसरी डोज लगना था।
उनका आरोप है कि पहली डोज लेने के बाद ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। 25 मई को जब उन्होंने एंटीबॉडी टेस्ट कराया तो पता चला कि उनकी शरीर में एंटीबॉडी बनी ही नहीं, साथ ही प्लेटलेट्स भी आधे रह गए। इसके बाद उन्होंने अदार पूनावाला के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दी। अपनी याचिका में वकील प्रताप चंद्र ने अदार पूनावाला के अलावा 6 और लोगों को भी आरोपी बनाया है। इसमें आीसीएमआर के डायरेक्टर, परिवार कल्याण मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रटरी, यूपी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के डायरेक्टर, लखनऊ गोविंद अस्पताल के डायरेक्टर और औषधि मानक नियंत्रण शामिल हैं। वकील द्वारा कोर्ट में दायर की गई याचिका से संबंधित थाने से रिपोर्ट तलब की है। इस याचिका पर 2 जुलाई को सुनवाई होगी।