5 राज्यों में होने वाले चुनाव में बीजेपी की रणनीति पन्ना पैनल बनाकर मतदाताओं को साधने की है जिससे पार्टी पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में जीत सुनिश्चित कर सके। हर एक बूथ के वोटर लिस्ट के एक-एक पन्ने पर पैनी नजर रखकर बीजेपी नई रणनीति के तहत चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है, पांच राज्यों में चुनाव के मद्दे नजर बीजेपी पन्ना पैनल बना रही है जिसमें अब एक प्रमुख की जगह पांच सदस्य इस काम को बखूबी अंजाम देंगे।
ये पांच सदस्य तकरीबन 6 परिवारों के 30 सदस्यों पर पैनी नजर रखकर उनसे संपर्क स्थापित करेंगे और उन्हें पार्टी की योजनाएं और सरकार द्वारा किए गए कार्यों से अवगत कराएंगे। पन्ना प्रमुख की जगह पन्ना पैनल में पांच सदस्यों की मौजूदगी मतदाताओं के बीच पार्टी की पैठ को मजबूत करेगी,पार्टी का टार्गेट साठ से पैंसठ फीसदी मतदाताओं के मत हासिल करने का है,इसलिए इस काम में हर एक पन्ने पर मौजूद मतदाताओं को प्रेरित करने का काम पांच सदस्य करेंगे. दरअसल पन्ना प्रमुख का कांसेप्ट गुजरात चुनाव में साल 2007 में वर्तमान गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू किया गया था और उसके बाद बीजेपी में ये प्रक्रिया हर एक राज्यों में अनुसरण किया जाने लगा। बीजेपी के लिए यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में होने वाले चुनाव बेहद अहम माने जा रहे हैं।
पंजाब में लोकल लीडर की तलाश है जो लोगों को पार्टी के साथ जोड़ सके, पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में सत्ता की वापसी को लेकर बीजेपी के नेता मंत्रणा में जुट चुके हैं। बीजेपी पन्ना कमेटी बनाकर पार्टी के कार्यक्रम को तेज करना चाह रही है. पार्टी की योजना के मुताबिक पन्ना कमिटी हर एक बूथ के वोटर लिस्ट के हर एक पन्ने के मतदाताओं से संपर्क बहाल करने के लिए पार्टी की नीतियां, योजनाएं और जमीन पर किए गए कामों का उल्लेख व्यापक पैमाने पर करेगी. पन्ना कमेटी के पांच सदस्य अलग-अलग परिवार का हिस्सा होंगे और ऐसा करने के पीछे पार्टी के कार्यक्रमों को लोगों तक बेहतर तरीके से पहुंचाने की मंशा है।