मुंबई। कोरोना संकट काल में समाज के विभिन्न वर्गों की मदद करने वाले कारूलकर प्रतिष्ठान के संचालक प्रशांत कारूलकर को इस सराहनीय कार्य के लिए तीन अलग-अलग पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन), साउथ एशियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और इंडो-यूके कल्चरल फोरम जैसी तीन नामचीन संस्थाओं ने प्रशस्ति पत्र देकर प्रशांत कारूलकर के कार्यों की खूब प्रशंसा की। कोविड-19 से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा है। ऐसे संकट के दौरान प्रशांत कारूलकर ने अनेक जरूरतमंद लोगों को भोजन, दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन बेड आदि उपलब्ध कराकर राहत प्रदान की। इस कठिन परिस्थिति में जरूरतमंदों का साथ देकर अनुकरणीय काम किया। जिसकी वजह से समाज में एक अच्छा संदेश गया। कोरोना काल में अपना काम छोड़ दूसरों की सदैव मदद कर एक मिसाल कायम करने वाले प्रशांत कारूलकर को गुरुवार को मुंबई में कारूलकर फाउंडेशन के कार्यालय में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा सम्मानित किया गया।
सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित
इसके अलावा, उन्हें दिव्यांग गांधी, उपाध्यक्ष, गुजरात के हाथों साऊथ एशियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओऱ से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं नीरव शाह की उपस्थिति में इंडो-यूके कल्चरल फोरम ने सन्मानपत्र देकर उनकी तारीफ की। फरहा अहमद सुल्ताना महाराष्ट्र अध्यक्ष ने भी वीडियो के जरिए उन्हें बधाई दी और उनके काम की तारीफ की। साउथ एशियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री इस संस्था का सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME), हेल्थ ब्रिज और सार्क के बिजनेस कोऑर्डिनेटिंग एसोसिएशन का भी समर्थन है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने अब तक गृह मंत्री अमित शाह, पत्रकार रजत शर्मा, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल और गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी, शाहनवाज हुसैन और अन्य को उनके सामाजिक कार्यों के लिए सम्मानित किया है।
वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भेजा बधाई पत्र
साऊथ एशियन चैंबर ऑफ कॉमर्स पुरस्कार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में पैनल ने दिया है। इस अभियान के तहत दुनिया भर के 100 देशों के संगठनों और लोगों को सम्मानित किया गया। द वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के माध्यम से इन गणमान्य व्यक्तियों को उनके काम के लिए सम्मानित किया गया है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स एक ऐसा संगठन है जो दुनिया भर के विभिन्न खंड़ों में काम करता है। संगठन विश्व रिकॉर्ड धारकों को सम्मानित करने का काम करता है। इसके अलावा यह उन लोगों का सम्मान करता है जिन्होंने वैश्विक सदभाव में मानवता में अतुलनीय कार्य किया है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने प्रशांत कारूलकर को बधाई देते हुए एक पत्र भी भेजा है।
प्रशांत कारुलकर ने संगठनों का माना आभार
समाज के लिए मदद के हाथ आगे करते समय कोई उनकी तारीफ करे,यह भावना नहीं थी। पर अगर कोई भी इस काम को वाकई नजर में रखता है तो उसके लिए आभारी हूं। इस तरह के शब्दों से प्रशांत कारुलकर ने पुरस्कार देने वाले तीनों संगठनों को विनम्रता से आभार प्रकट किया। गौरतलब है कि कारूलकर प्रतिष्ठान के संचालक प्रशांत कारूलकर का समाज सेवा में योगदान अनुकरणीय है। जिसकी चौतरफा प्रशंसा हो रही है।