नई दिल्ली। भारतीय उद्योग परिसंघ (CII )की वार्षिक बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि भारत दुनिया के साथ चलने को तैयार है तत्पर है। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग जगत के नए संकल्पों के लिए, नए लक्ष्यों के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान की सफलता का बहुत बड़ा दायित्व , भारतीय उद्योगों पर है। उन्होंने कहा कि भारतीय युवा बिना हिचक के मैदान में उतर रहे हैं और वे रिस्क लेना चाहते हैं। पीएम मोदी सीआईआई की बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सम्बोधित किया।
उन्होंने कहा कि आज का नया भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है, तत्पर है। जो भारत कभी विदेशी निवेश से आशंकित था, आज वो हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है। आज स्थिति तेज़ी से बदल रही है। आज देशवासियों की भावना, भारत में बने प्रॉडक्ट्स के साथ है। कंपनी भारतीय हो, ये जरूरी नहीं, लेकिन आज हर भारतीय, भारत में बने प्रॉडक्ट्स को अपनाना चाहता है। पीएम मोदी ने कहा, ‘एक समय था जब हमें लगता था कि जो कुछ भी विदेशी है, वही बेहतर है।
इस मनोविज्ञान का परिणाम क्या हुआ, ये आप जैसे इंडस्ट्री के दिग्गज भलीभांति समझते हैं। हमारे अपने ब्रांड भी, जो हमने सालों की मेहनत के बाद खड़े किए थे, उनको विदेशी नामों से ही प्रचारित किया जाता था। ’ उन्होंने कहा कि आज भारत के युवा जब मैदान में उतरते हैं, तो उनमें वो हिचक नहीं होती। वो मेहनत करना चाहते हैं, वो रिस्क लेना चाहते हैं, वो नतीजे लाना चाहते हैं।
‘यस, वी बिलॉग टू दिस प्लेस’ ये भाव आज हम अपने युवाओं में देख रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी इंडस्ट्री पर देश के विश्वास का ही नतीजा है कि आज ‘इजी ऑफ डूइंग बिजनेस’ बढ़ रहा है। और इससे इजी ऑफ लिविंग में इजाफा हो रहा है। कंपनीज एक्ट में किए गए बदलाव इसका बहुत बड़ा उदाहरण हैं। इसी प्रकार का आत्मविश्वास आज भारत के स्टार्टअप्स में भी है।’