मुंबई। शिवसेना नेता एवं राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब की मुश्किलें बढ़ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने परब के खासमखास माने जाने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी बजरंग खरमाटे के घर पर छापेमारी शुरू कर दी है। अनिल परब को पहले ही ईडी ने तलब कर चुकी है और पूछताछ के लिए मंगलवार को ईडी कार्यालय बुलाया है।
करीब 300 करोड़ का है मामला
परिवहन विभाग के निलंबित आरटीओ अधिकारी गजेंद्र पाटिल ने परिवहन मंत्री अनिल परब और परिवहन आयुक्त अविनाश ढाकणे सहित पांच लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप लगाया गया है कि ट्रांसफर और पोस्टिंग के लिए करोड़ों रुपये लिए गए। गजेंद्र पाटिल ने शिकायत की है कि यह आर्थिक लेनदेन 250 से 300 करोड़ रुपए का है। यह शिकायत 15 मई को की गई थी। इस रैकेट का मास्टरमाइंड डिप्टी आरटीओ बजरंग खरमाटे बताया जा रहा है।
परब ने कहा था वसूली करने : वाजे
इस बीच ईडी ने सोमवार को खरमाटे के नागपुर स्थित घर पर की छापेमारी में यह भी जांच की जा रही है कि इस संबंध में कोई सबूत या दस्तावेज मिले या नहीं। ज्ञातव्य है कि ईडी ने सोमवार सुबह यवतमाल में शिवसेना सांसद भावना गवली के घर पर भी छापेमारी शुरू की थी. सूत्रों ने बताया कि 17 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भावना गवली के घर पर छापा मारा गया है। अंबानी के एंटालिया बंगले के सामने विस्फोटक रखने और ठाणे के व्यवसायी मनसुख हिरेन के मर्डर केस में फंसे सचिन वाजे ने एनसीबी की हिरासत में रहते हुए एक लेटर बम विस्फोट किया था, जिसमें उन्होंने राज्य के तत्कालीन गृह मंत्री अनिल देशमुख और परिवहन मंत्री अनिल परब पर वसूली का आरोप लगाया था। पत्र में सचिन वाजे ने यह भी आरोप लगाया था कि उन्हें अनिल परब ने पैसे वसूल करने के लिए कहा था।
बुरहानी ट्रस्ट से भी कहा था उगाही करने
वाजे के पत्र में लिखा था कि अनिल परब से उनकी मुलाकात जुलाई-अगस्त 2020 में हुई थी। परब ने उनसे सैफी बुरहानी उन्नति ट्रस्ट से 50 करोड़ रुपये वसूल करने को कहा था। ट्रस्ट के खिलाफ जांच चल रही थी। बकौल वाजे, ‘ जुलाई-अगस्त 2020 में, मुझे अनिल परब के आधिकारिक आवास पर बुलाया गया था, इस दरमियान परब ने मुझे प्रारंभिक जांच के लिए प्राप्त शिकायत पर गौर करने और जांच पर चर्चा करने के लिए ट्रस्टियों को अपने पास लाने के लिए कहा था।’