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Monday, November 25, 2024
होमन्यूज़ अपडेटसेवा और हौसले को सलाम,कोरोना योद्धाओं का मुंबई में हुआ सम्मान

सेवा और हौसले को सलाम,कोरोना योद्धाओं का मुंबई में हुआ सम्मान

प्रशांत कारूलकर को कोरोना योद्धा पुरस्कार से नवाजा गया

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मुंबई। जब-जब मानवता खतरे में पड़ती तो हमारे बीच के ही कुछ दयावान लोग कुछ ऐसा कर जाते हैं जो मिसाल बन जाती है। कुछ ऐसा ही पिछले दो साल से विश्वव्यापी महामारी कोरोना से जूझ रहे अपने देश में भी देखने को मिला। आज हम उन महानुभावों को कोरोना योद्धा के तौर पर जान रहे हैं। हम बात कर रहे हैं कोरोना संकट काल में समाज के विभिन्न वर्गों की मदद करने वाले कारूलकर प्रतिष्ठान की,जिसे कोरोना काल में सराहनीय कार्य करने पर तीन अलग-अलग पुरस्कारों से पहले ही सम्मानित किया जा चुका है।

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (लंदन), साउथ एशियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और इंडो-यूके कल्चरल फोरम जैसी तीन नामचीन संस्थाओं ने प्रशस्ति पत्र देकर प्रशांत कारूलकर के कार्यों की प्रशंसा की थी। संकट के दौरान प्रशांत कारूलकर ने अनेक जरूरतमंद लोगों को भोजन, दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन बेड आदि उपलब्ध कराकर राहत प्रदान की थी। इस कठिन परिस्थिति में जरूरतमंदों का साथ देकर अनुकरणीय काम किया। जिसकी वजह से समाज में एक अच्छा संदेश गया। कोरोना काल में अपना काम छोड़ दूसरों की सदैव मदद कर एक मिसाल कायम करने वाले प्रशांत कारूलकर को 3 सितंबर 2021 को मुंबई में एक बार फिर से कोविड योद्धा 2021 के पुरस्कारों से नवाजा गया।

‘आजादी का अमृत महोत्सव’

‘आजादी का अमृत महोत्सव’ प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कोविड योद्धा 2021 का पुरस्कार मुंबई के सामाजिक गतिविधियों व जनता के हित में सदैव काम करने वाली व कोरोना काल में बेहतर सेवाएं देने वाली संस्था कारूलकर प्रतिष्ठान के संचालक प्रशांत कारूलकर को दिया गया। इस दौरान मुंबई के पूर्व शेरिफ जगन्नाथन हेगडे, नादेन्द्र वेले, महाराष्ट्र भाजपा उपाध्यक्ष कृपाशंकर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य मौजूद थे। शहर के शीर्ष डॉक्टरों और बीएमसी स्वास्थ्य विभाग प्रमुखों की मौजूदगी में यह पुरस्कार प्रशांत कारूलकर को दिया गया। इस दौरान समाजसेवी प्रशांत कारूलकर की उपस्थित दिग्गजों ने खूब सराहना की। कोरोना संकट काल में संकटमोचक की भूमिका कारूलकर प्रतिष्ठान ने निभाई थी। जिसकी तारीफ मुंबई ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के प्रवासियों ने की थी। इसके अलावा भी अन्य कोविड योद्धाओं को पुरस्कारों से नवाजा गया।

 

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