नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने जहां केंद्र द्वारा कोरोना से मरने वालों के परिवारों को 50 हजार रूपये मुआवजा देने के ऐलान की तारीफ की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम बहुत खुश हैं, भारत सरकार ने जो किया वह किसी और देश ने नहीं किया। वहीं,दिव्यांग और असहाय लोगों के लिए केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ा ऐलान किया है। अब दिव्यांग और असहाय लोगों को उनके घर जाकर वैक्सीन दी जाएगी। नीति आयोग के सदस्य डॉ। वीके पॉल ने कहा कि इस संबंध में एडवाइजरी जारी की जा चुकी है। वहीं उन्होंने बताया कि पिछले चौबीस घंटे 31 हजार कोरोना के केस मिले हैं। इनमें सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र और केरल में पाए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 12वें सप्ताह में कोरोना संक्रमण दर कमी आई है।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जानकारी दी कि पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 31 हजार मामले सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर मामले केरल और महाराष्ट्र से हैं। पिछले हफ्ते के दौरान कुल मामलों में से 62.73 फीसदी अकेले केरल से आए हैं। राजेश भूषण ने कहा कि हालांकि संक्रमण के कुल मामलों में कमी आई है। लगातार 12वें सप्ताह में साप्ताहिक संक्रमण दर में कमी आई है और ये 3 फीसदी से कम है, जबकि रिकवरी रेट 97.8 फीसदी है।
उन्होंने कहा कि देश की 66 फीसदी व्यस्क आबादी को कम से कम एक कोराना वायरस का टीका लग चुका है, 23 फीसदी ने दोनों टीके लिए हैं।
हमने ये उपलब्धि कुछ राज्यों के खास योगदान से हासिल की है। उन्होंने कहा कि छह राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में 100 फीसदी वैक्सीनेशन हो चुका है। ये हैं लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और सिक्किम। वहीं, उन्होंने लोगों को आगाह किया कि तीज त्योहारों पर खास तौर पर सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि अधिक संक्रमण वाले जगहों पर भीड़ इकट्ठी न हो।
उन्होंने कहा कि देश की 66 फीसदी व्यस्क आबादी को कम से कम एक कोराना वायरस का टीका लग चुका है, 23 फीसदी ने दोनों टीके लिए हैं।
हमने ये उपलब्धि कुछ राज्यों के खास योगदान से हासिल की है। उन्होंने कहा कि छह राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में 100 फीसदी वैक्सीनेशन हो चुका है। ये हैं लक्षद्वीप, चंडीगढ़, गोवा, हिमाचल प्रदेश, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह और सिक्किम। वहीं, उन्होंने लोगों को आगाह किया कि तीज त्योहारों पर खास तौर पर सावधानी बरती जाए। उन्होंने कहा कि अधिक संक्रमण वाले जगहों पर भीड़ इकट्ठी न हो।
केंद्र की सुको ने की तारीफ: जस्टिस शाह ने कहा कि हमें खुशी है कि पीड़ित व्यक्ति के आंसू पोंछने के लिए कुछ किया जा रहा है। केंद्र की ओर से सॉलीसीटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, ‘हम जीवन को पहुंची क्षति की भरपाई नहीं कर सकते लेकिन पीड़ित परिवारों के लिए देश जो कुछ कर सकता है, किया जा रहा है।’ बता दें कि केंद्र सरकार ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि कोरोना से मौत पर परिवार को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। केंद्र ने स्पष्ट किया था कि यह मुआवजा राज्य सरकार की ओर से दिया जाएगा और इसमें वो लोग भी शामिल होंगे, जो कोरोना की लड़ाई में किसी न किसी तरह से जुड़े थे।