पीएम मोदी में सोमवार को कैग के मुख्यालय में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का उदघाटन किया। पीएम मोदी ने पहले आडिट दिवस पर कहा कि एक समय आडिट के नाम पर भय बना रहता था। लेकिन हमारी सरकार के आने के बाद यह स्थिति बदल गई है। उन्होंने कहा कि पहले बैंकिंग के क्षेत्र में पारदर्शिता की कमी थी, जिसकी वजह से कई तरह की परिपाटी चलती थी।
जिसके कारण बैंकों का एनपीए बढ़ता गया। जिसके लिए हमारी सरकार ने काम भी किया। अब सवाल उठता है कि 16 नवम्बर को ही कैग हेडक्वार्टर में सरदार पटेल की प्रतिमा का क्यों अनावरण किया गया। बता दें कि भारत सरकार अधिनियम 1858 के तहत, 16 नवंबर 1860 को बंगाल, मद्रास और बॉम्बे प्रेसीडेंसी के ऑडिट विभागों के विलय के बाद, पहले महालेखा परीक्षक ने अपना कार्यभार संभाला था। जिसे यादगार बनाने के लिए भारत सरकार आज के दिन को चुना।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले देश के बैंकिंग क्षेत्र में पारदर्शिता की कमी के कारण विभिन्न प्रथाएँ चलती थीं । नतीजतन, बैंकों का एनपीए बढ़ता गया। एनपीए को खत्म करने के लिए पहले किए गए काम को आप अच्छी तरह से जानते हैं। लेकिन हमने पिछली सरकारों की असलियत, असल हालात, ईमानदारी से देश के सामने पेश किया। समस्याओं की पहचान करने पर ही हम समाधान ढूंढ पाएंगे।
दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने CAG कार्यालय में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का उद्घाटन किया। वे यहां पहले ऑडिट दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं। pic.twitter.com/5T8MlzbnUk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 16, 2021
आज ऑडिट को वैल्यू एडिशन का अहम हिस्सा माना जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि बहुत कम संस्थान हैं जो समय के साथ मजबूत, अधिक परिपक्व और अधिक प्रासंगिक होते जाते हैं। अधिकांश संस्थान कुछ दशकों के बाद प्रासंगिकता खो देते हैं। लेकिन सीएजी एक विरासत है और हर पीढ़ी को इसे संजोना चाहिए। यह बड़ी जिम्मेदारी है।
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