राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उस समय शर्म से पानी-पानी हो गए जब उनके ही पूछे गए सवाल का अनुकूल जवाब नहीं मिला। जयपुर के बिड़ला सभागार में शिक्षकों के एक सार्वजनिक समारोह में मुख्यमंत्री गहलोत ने शिक्षकों से भ्रष्टाचार पर सवाल पूछा, लेकिन इस पर अप्रत्याशित जवाब से अशोक गहलोत परेशान हो गए। उसके बाद गहलोत ने इस संबंध में एक कानून बनाने की बात कही। वहीं बीजेपी ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है।
दरअसल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार समारोह में शिरकत की थी। इस दौरान सीएम ने शिक्षकों के सामने राज्य में भ्रष्टाचार के साथ-साथ अन्य मुद्दों को उठाया और मनचाहा उत्तर पाने की कोशिश की लेकिन उस पर शिक्षकों ने पानी फेर दिया। गहलोत ने कहा कि “हमने सुना है कि कई बार आपको तबादले के लिए पैसे देने पड़ते हैं । मुझें नहीं पता, क्या आप बता सकते हैं कि ये सच है या झूठ?” जिस पर शिक्षकों ने ‘हां ‘में जवाब दिया। अप्रत्याशित जवाब से अशोक गहलोत का चेहरा पानी -पानी हो गया। उन्होंने कहा, “कमाल है” इसके बाद अशोक गहलोत ने जल्द इस पर कठोर कानून बनाने पर जोर दिया।
शिक्षक सम्मान समारोह में शिक्षा मंत्री जी की उपस्थिति में CM @ashokgehlot51 ने ट्रांसफर के लिए पैसे देने की बात पूछी तो सभी शिक्षकों ने एकस्वर में 'हां' में जवाब दिया।
शिक्षक समाज का दर्पण होता है, जो कभी झूठ नहीं बोल सकते। आज शिक्षकों ने सरकार का भ्रष्ट चेहरा सभी को दिखाया है। pic.twitter.com/zDbK2lBn5u
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) November 16, 2021
राज्य के विधानसभा प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने एक ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने लिखा ,” शिक्षक समाज का आइना होता है जो कभी झूठ नहीं बोलता।आज शिक्षकों ने सरकार का भ्रष्ट चेहरा उजागर कर दिया। ”
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