मोदी सरकार ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक फैक्ट्री में 5 लाख से ज्यादा एके 203 असॉल्ट राइफल के निर्माण की मंजूरी दे दी है। इस संबंध की जानकारी समाचार एजेंसी ANI ने दी है। बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक होगी जिसमें एके 203 असॉल्ट राइफल के आपूर्ति पर समझौता होगा।
मालूम हो कि, एके 203 को उत्तर प्रदेश के अमेठी के एक फैक्ट्री में निर्माण किया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। एके 203 असॉल्ट को रूस में डिजाइन किया गया है।बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों में समझौते के बाद रूस ने भारत को यह तकनीकी हस्तांतरण की थी। अब अमेठी की फैक्ट्री में इसका निर्माण किया जाएगा। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना द्वारा अधिग्रहित की जाने वाली 7.5 लाख राइफलों का निर्माण किया जाएगा। जिसमें 70,000 राइफलों में रूस निर्मित तंत्रों का का प्रयोग किया जाएगा।
बता दें कि सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक होगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान भारत और रूस के बीच एके 203 राइफलों के आपूर्ति पर समझौता होना है।
The project will be implemented by a special purpose Joint Venture-Indo-Russian Rifles Private Ltd, created with erstwhile OFB (now Advanced Weapons and Equipment India Ltd and Munitions India Ltd) of India and Rosoboronexport (RoE) & concern Kalashnikov of Russia: GoI sources
— ANI (@ANI) December 4, 2021
बताया जा रहा है कि योजना संयुक्त उद्यम-इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा मूर्त रूप दिया जा रहा है। जिसे भारत के तत्कालीन ओएफबी (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड और मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड) और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (आरओई) और कंसर्न कलाश्निकोव के साथ बनाया गया था। AK-203 राइफल्स को 3 दशक से अधिक समय तक सेना में शामिल INSAS राइफल को बदलने की कवायद है। मालूम हो कि AK-203 असॉल्ट राइफल्स, 300 मीटर की प्रभावी रेंज के साथ, हल्के वजन और उपयोग में आसान आधुनिक असॉल्ट राइफल्स हैं।
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