कर्नाटक के सरकारी स्कूल में हिजाब पहने की मांग करने वाली छह मुस्लिम लड़कियों की निजी जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस मामले की शिकायत लड़कियों के परिजनों ने की है। पुलिस इस मामले में केस दर्ज किया है। परिजनों ने अपनी शिकायत में कहा है कि निजी जानकारी साझा किये जाने उनकी जान को खतरा है। परिजनों ने इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की है।
इन छह लड़कियों के परिजनों ने उड्डपी जिले के एसपी एन विष्णुवर्धन से अपनी शिकायत की है। शिकायत में यह आरोप लगाया गया है कि शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहने की मांग करने वाली छह लड़कियों की निजी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की जा रही है।जिससे उनके जान का खतरा बढ़ गया है। जिस पर कार्रवाई की जाए। वहीं,एसपी विष्णुवर्धन ने परिजनों से कहा है कि ऑनलाइन शेयर की जा रही जानकारी को उपलब्ध कराये। इसके बाद आरोपियों पर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कर्नाटक के उड्डपी जिले के एक स्कूल में हिजाब को लेकर विवाद शुरू हुआ था। जिसके कुछ छात्रों ने इसके विरोध में भगवा स्क्रॉल पहनकर आये थे जिससे यह विवाद और बढ़ गया। अब यह विवाद पूरे देश में फ़ैल गाया। वहीं, छह लड़कियों ने जब स्कुल में हिजाब पहनकर आई तो क्लास में उन्हें जाने से रोक दिया गया। इसके बाद इन लड़कियों ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर हिजाब पहनकर कक्षा में बैठने की अनुमति मांगी थी, जिसकी सुनवाई मंगलवार से हो रही है।
हालांकि, हाई कोर्ट की एकल पीठ ने इसे बड़ी बेंच को भेज दिया जिसमें एक से ज्यादा जज होते है। गुरुवार को जब हाई कोर्ट की बड़ी बेंच ने सुनवाई की तो कहा कि फैसला आने तक कोई भी धार्मिक ड्रेस पहनकर स्कूल या कॉलेज नहीं आ सकता। वहीं इस मामले की अगली सुनवाई सोमवार को होगी। हालांकि यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुँच गया है। लोगों द्वारा दायर की गई याचिका में हाई कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश की रोकने की मांग की गई है।
वहीं दूसरी तरफ, अल्लाह हू अकबर का नारे लगाने वाली मुस्कान खान को उलेमा ए हिन्द द्वारा पांच लाख रूपये इनाम के तौर पर देने को लेकर नरेंद्र मोदी विचार ने एक शिकायत दर्ज कराई है। मंच ने कहा है कि संगठन लेन देन की जांच होनी चाहिए। मंच का कहना है संगठन द्वारा नकद इनाम की घोषणा कट्टरता को बढ़ावा देने वाला है।
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