रूस-यूक्रेन युद्ध का लगातार 18वें दिन भी जारी है| इस बीच रूसी सैनिकों का हवाई और जमीनी दोनों हमले यूक्रेन पर तेज कर दिए हैं| इस हमले में विदेशी ट्रेनर्स सहित 9 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 57 लोग घायल हुए हैं| रूस और यूक्रेन के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि ह्यूमन कॉरिडोर के जरिए चार शहरों से 7144 और नागरिकों को निकाला गया है|
जेलेंस्की ने देश के नाम संबोधन के दौरान कहा कि जरूरी शहर मारियुपोल में स्थिति ‘विनाशकारी’ बनी हुई है| यहां रूस की सेना लोगों को शहर से बाहर नहीं जाने दे रही|वही, जेलेंस्की ने कहा कि शहरों को रूसी सेनाओं ने घेरा हुआ है, जिसके चलते वहां हजारों लोग बिना बिजली, पानी, खाने और दवा के फंसे हुए हैं| रूस लगातार यूक्रेन के शहरों पर बम गिरा रहा है| तोप के गोलों से अस्पताल और रिहायशी इमारतों को उड़ा रहा है|
रूसी हमले की बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि ‘अगर वे बम गिराकर इस क्षेत्र के इतिहास को मिटाने का फैसला करते हैं, तो वे कीव में प्रवेश कर पाएंगे| वही जेलेंस्की ने कहा कि उनका लक्ष्य है, तो उन्हें अंदर आने दो, लेकिन उन्हें इस भूमि पर खुद रहना होगा’| इसी दौरान यूक्रेन पर हमला करने वाले रूसी सैनिकों के लिए जेलेंस्की ने कहा, तुम्हारे पास ढेरों हथियार तो हैं, लेकिन हमें हराने के लिए ताकत और साहस नहीं|
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बेलारूस के मुर्दाघर रूसी सैनिकों के शवों से भर गए हैं| इन शवों को ट्रकों के जरिए रूस भेजा जा रहा है| बहुत से शवों को यूक्रेन की सेना सड़कों पर कुत्तों के लिए छोड़ दिया है| भारत की सुरक्षा तैयारियों और यूक्रेन की स्थिति की समीक्षा के लिए पीएम मोदी उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं| इसे नाटो देश के सदस्यों और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में इस्तेमाल होने वाले घातक हथियारों के परिवहन के लिए सबसे सुरक्षित केंद्र के रूप में इस्तेमाल किया गया है क्योंकि रूस ने अधिकांश यूक्रेनी हवाई अड्डों पर बमबारी की थी|
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