रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध थमने का नाम नहीं ले रही है| दोनों ही देश अपनी जिद्द पर अड़े हुए है| इस युद्ध को लेकर विश्व समुदाय में असमंजस की स्थित बना हुआ है| वही, एक्सपर्ट्स लगातार नजर बनाए हुए हैं। कुछ का कहना है कि अब यह युद्ध इतने खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है यह कभी भी रासायनिक युद्ध की शक्ल ले सकता है और अगर ऐसा हुआ तो तीसरे विश्व युद्ध की संभावना प्रबल हो जाएगी। यह सब तब हुआ जब रूस पर आरोप लगने लगा कि वह यूक्रेन पर रासायनिक हथियार का प्रयोग करने वाला है।
रिपोर्ट में सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन ने बताया है कि रूस अगर परमाणु हमला करता है तो इससे निकला रेडियोएक्टिव आयोडीन सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंच सकता है।यह थायरॉइड ग्रंथि को नुकसान पहुंचा सकता है जिससे कई तरह के हार्मोन निकलते हैं।इसी बीच अगर पोटैशियम आयोडाइड का इस्तेमाल किया जाता है तो इससे थायरॉइड ग्रंथि सैचुरेट हो जाती है और रेडियोएक्टिव आयोडीन को नहीं लेती है, वे कैंसर के लिए उत्तरदायी होती है।
एक्सपर्ट्स ने यह भी बताया कि हालांकि पोटैशियम आयोडाइड की गोलियां रेडियोएक्टिव आयोडीन के खिलाफ शत प्रतिशत सुरक्षा नहीं देती हैं लेकिन इसकी एक डोज थायरॉइड ग्रंथि को 24 घंटे तक सुरक्षा देती है। उनका मानना है कि इससे वह जहरीली गैसों से अपना बचाव कर पाएंगे। साथ ही इटली, स्वीडन, बेल्जियम, ब्रिटेन में भी लोग बंकरों, सर्वाइवल गाइड, फॉलआउट शेल्टर सहित इन गोलियों के लिए कोई भारी कीमत चुकाने को तैयार हैं।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच ही ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस यूक्रेन में जैविक या रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की योजना बना सकता है। इससे पहले अमेरिका ने भी रूस पर यह आरोप लगाए थे। उधर यह भी कहा जा रहा है कि ताजा इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक रूस के लिए जमीनी पकड़ बना पाना मुश्किल होता जा रहा है और शायद इसीलिए वह इन हथियारों का प्रयोग करना चाह रहा है|
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