गुजरात के मेहसाणा जिले में एक युवक की इसलिए पीट-पीटकर हत्या कर दी गई कि वह मंदिर में लाउडस्पीकर पर जोर-जोर से आरती बजा रहा था। गुजरात के मंदिरों में लाउडस्पीकरों के शोर के कारण हिंसा की यह दूसरी घटना है।
गौरतलब है कि मेहसाणा जिले की लंघनाज बुधवार की सायं 7. 00 बजे जोतना तालुका के लक्ष्मीपुरा गांव में यह घटना हुई। मृतक जसवंतजी ठाकोर दिहाड़ी मजदूरी करता था। जसवंत के बड़े भाई अजीत ठाकोर ने पुलिस को बताया कि दोनों अपने घर के पास मेल्डी माता मंदिर में आरती कर रहे थे।
इस दौरान लाउडस्पीकर पर आरती चल रही थी। तभी सदाजी ठाकोर, विष्णुजी ठाकोर, बाबूजी ठाकोर, जयंतीजी ठाकोर, जावनजी ठाकोर और वीनूजी ठाकोर आए और बोले कि इतनी जोर की आवाज में लाउडस्पीकर क्यों बजा रहे हो? अजीत ने कहा कि हम आरती कर रहे हैं, इसके बाद सदाजी ने गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर आपत्ति लेने पर सदाजी ने अपने सहयोगियों को बुला लिया। सभी ने लाठियों से हम पर हमला बोल दिया।
हमले में जसवंत व अजीत गंभीर रूप घायल हो गए। घायलावस्था में उन्हें गांव के लोग मेहसाणा के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां जसवंत ने दम तोड़ दिया। गुरुवार को पुलिस ने अजीत की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया। हमले में बुरी तरह घायल अजीत का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इससे पहले दो मई को अहमदाबाद जिले के बावला तालुका में 30 वर्षीय भरत राठौड़ के साथ एक मंदिर में लाउडस्पीकर बजाने पर मारपीट की गई थी। उस मामले में आरोपी और पीड़ित हिंदू समुदाय की दो अलग-अलग जातियों के थे।
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