महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के वरिष्ठ नेता बाला नंदगांवकर ने दावा किया कि पार्टी सुप्रीमो राज ठाकरे को एक पत्र के माध्यम से जान से मारने की धमकी मिली थी। उनके अनुसार, पत्र में चेतावनी दी गई थी कि यदि वे अपने लाउडस्पीकर अभियान से पीछे नहीं हटे तो दोनों को मार दिया जाएगा।
गौरतलब है कि मनसे प्रमुख ने धमकी दी थी कि अवैध लाउडस्पीकरों के माध्यम से अज़ान बजाने वाली मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा को दोगुनी आवाज़ में बजाया जाएगा। इससे पहले, नंदगांवकर ने व्यक्तिगत रूप से महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल से मुलाकात की और उन्हें पत्र सौंपा।
महाराष्ट्र सरकार और केंद्र से राज ठाकरे की सुरक्षा कड़ी करने की मांग करते हुए बाला नंदगांवकर ने कहा, लाउडस्पीकर आंदोलन के संबंध में, मुझे जान से मारने की धमकी मिली है। मुझे ही नहीं, राज ठाकरे को भी इसी पत्र में जान से मारने की धमकी दी गई है। मैंने कल साहब को पत्र दिखाया। उसके बाद मैंने आयुक्त पांडे और संयुक्त आयुक्त जुहू (अपराध) से मुलाकात की। आज मैंने गृह मंत्री पाटिल से मुलाकात की और उन्हें पत्र के बारे में जानकारी दी।
मनसे प्रमुख ने महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को 10 मई को उन्हें संबोधित एक पत्र में अपनी पार्टी के धैर्य की परीक्षा नहीं लेने की सलाह देते हुए, कहा कि आंदोलन शुरू करने से पहले ही मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था। 28 हजार मनसे कार्यकर्ताओं को पुलिस से नोटिस दिया गया था। जबकि हजारों जेल गए।
उन्होंने कहा,पुलिस हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं, जिनमें संदीप देशपांडे और अन्य शामिल हैं,का पीछा कर रही है जैसे कि वे पाकिस्तान के आतंकवादी हों।
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