आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने इसी मद्देनजर 15 जून को विपक्षी दल के नेताओ की बैठक बुलाई है। लेकिन विपक्ष की इस बैठक से पहले शिवसेना ने जो रुख दिखाया है उससे साफ है कि विपक्ष के खेमे में सबकुछ अच्छा नहीं चल रहा है और खुद को एकजुट दिखाने की विपक्ष की कोशिश को बड़ा झटका लगा है।
दरअसल विपक्ष की इस बैठक में उद्धव ठाकरे हिस्सा नहीं लेंगे और इस बात की पुष्टि खुद शिवसेना सांसद और प्रवक्ता संजय राउत ने की है। संजय राउत ने कहा कि उद्धव जी को 15 जून की दिल्ली में होने वाली बैठक में हिस्सा लेने के लिए न्योता मिला है। लेकिन हम लोग उस वक्त अयोध्या में होंगे, लिहाजा पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता इस बैठक में हिस्सा लेगा।
बतादें कि 15 जून को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करने जाने वाले हैं| इस दौरान उनके साथ और कई लोग जाने वाले है|मुख्यमंत्री का 15 जून को राम की शरण में जाने का मन एक फिर विपक्ष के लिए मुसीबत खड़ा करता दिखाई दे रहा है|
हालांकि उद्धव ठाकरे के बैठक में शामिल नहीं होने के बीच शिवसेना की ओर से कहा गया है कि विपक्ष की बैठक में जिसे भी राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाएगा, हम उसका पुरजोर समर्थन करेंगे।
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