इस समय राज्य में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। शिवसेना नेता और मंत्री एकनाथ शिंदे ने 40 से ज्यादा विधायकों के साथ बगावत कर दी है| उसके बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के बंटे हुए विधायकों से भावनात्मक अपील की| हालांकि, उसके बाद यह बात सामने आई है कि शिवसेना के दो विधायक फिर से अलग हो गए हैं।
मुख्यमंत्री द्वारा 22 जून को फेसबुक लाइव के माध्यम से संवाद करने के बाद शिवसेना विधायक सदा सर्वंकर और मंगेश कुडलकर के फोन कॉल वापस नहीं लिए जा सके। पता चला है कि दादर-माहिम विधायक सदा सर्वंकर और कुर्ला विधानसभा क्षेत्र के विधायक मंगेश कुदलकर गुवाहाटी के लिए रवाना हो गए हैं|
इस संबंध में जानकारी मंगेश कुडलकर ने दी है। उन्होंने कहा कि मुझे आज सुबह पता नहीं था लेकिन किसी कारण से हमें यह निर्णय लेना पड़ा। इन दोनों विधायकों के इस फैसले से शिवसेना को झटका लगा है और अब ऐसी तस्वीर सामने आ रही है कि शिवसेना को बड़ी दरार का सामना करना पड़ रहा है|
दोनों विधायक तब मौजूद थे जब शिवसेना ने अजय चौधरी को विधायिका के समूह नेता के रूप में चुना। हालांकि शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने विधान परिषद के नतीजे आने के बाद शिवसेना के विधायकों को लेकर पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी| उसके बाद एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनके साथ 40 से ज्यादा विधायक हैं| अब सबकी निगाह इस बात पर है कि राज्य की राजनीति में क्या बदलाव आएगा।
यह भी पढ़ें-