राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को एक दर्जी की निर्मम हत्या के बाद, यह पता चला कि मारे गए दर्जी कन्हैया लाल ने पुलिस से पहले भी जान से मारने की धमकी मिलने की शिकायत की थी। रिपोर्ट के अनुसार, जयपुर के एडीजी, लॉ एंड ऑर्डर, एचएस घुमारिया ने बताया कि कन्हैया लाल के खिलाफ 10 जून को “पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने” के लिए मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में उसे कोर्ट से जमानत मिल गई थी।
उन्होंने बताया कि कन्हैया ने 15 जून को जान से मारने की धमकी मिलने की शिकायत की थी, जिसके बाद पुलिस ने संबंधित पक्ष को बुलाकर समझौता कर दिया था। इतना ही नहीं लिखित रूप में एक समझौता किया गया था। गौरतलब है कि उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने एक टेलर की चाकू मारकर हत्या कर दी थी। इसके आरोपियों ने इसका वीडियो ऑनलाइन पोस्ट कर दिया था। आरोपी टेलर से बहाना बनाकर घुसे थे। इसके उसकी हत्या कर दी थी। इस घटना ने शहर में हिंसा के छिटपुट घटनाएं भी हुई। अगले एक महीने के लिए राज्य में धारा 144 लगा दी गई है। इतना ही नहीं इंटरनेट सेवाएं भी अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शांति की अपील की और लोगों से वीडियो को आगे शेयर नहीं करने को कहा। उन्होंने कहा, “दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूरी पुलिस टीम इस पर पूरी सतर्कता के साथ काम कर रही है। हत्या को लेकर लोगों में जो गुस्सा है, उसकी मैं कल्पना कर सकता हूं।
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