केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार रात को मुंबई पहुंचे। वह अपने दो दिवसीय दौरे को लेकर सक्रिय हो गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले मुंबई के एक प्रमुख गणेश पंडाल लालबाग के राजा के दर्शन किए। केंद्रीय गृह मंत्री के साथ उनकी पत्नी और नाती-पोते भी मौजूद रहे। इसके बाद वह बांद्रा वेस्ट में स्थित गणेश पंडाल का दर्शन करने पहुंचे, जो मुंबई भाजपा के चीफ आशीष शेलार के क्षेत्र में पड़ता है। बता दें कि आशीष शेलार की मुंबई में अच्छी पकड़ मानी जाती है और इसी के बदौलत बीएमसी चुनाव में उनका अहम रोल माना जा रहा है।
अमित शाह ने भगवान गणेश के दर्शन करने के बाद भाजपा पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने भाजपा के साथ धोखा किया और पीठ में छुरा घोंपा है। ऐसे में उद्धव ठाकरे को जमीन दिखाना चाहिए। इसी बीच अमित शाह ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि शिवसेना ने साल 2014 में मात्र दो सीटों के लिए हमसे गठबंधन तोड़ा था। अमित शाह ने कहा कि शिवसेना ने लोगों के साथ विश्वासघात किया है। जिसके बाद मुंबई की राजनीति में सिर्फ भाजपा का दबदबा होना चाहिए।
अमित शाह के इस दौरे को लिहाज मुंबई के बीएमसी चुनाव से जोड़ा जा रहा है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के गिरने और फिर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में नई सरकार के बनने के बाद अमित शाह का यह पहला मुंबई दौरा है। इस दौरान अमित शाह भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के नेताओं से मुलाकात कर बीएमसी चुनाव की चर्चा करेंगे। अमित शाह बीएमसी चुनाव को लेकर बहुत ही गंभीर है। बता दें कि बीएमसी में हमेशा से ही शिवसेना का कब्जा रहा, लेकिन इस बार भाजपा ने एकनाथ शिंदे के साथ मिलकर जीत की पूरी प्लानिंग की है। हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवसेना के गढ़ में भाजपा कैसा प्रदर्शन कर पाती है।
भाजपा और एकनाथ शिंदे गुट के बीच फिलहाल एकता किस स्तर पर है। इसका अंदाज आप लगा सकते हो कि शहर में कई जगहों पर शिंदे गुट के नेताओं ने बड़े बैनर और पोस्टर लगाकर उनका स्वागत किया। खासतौर पर मातोश्री के पास बांद्रा ईस्ट के इलाकों में बड़ी संख्या में बैनर लगे दिखे हैं, जिन्हें लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। शिंदे गुट की ओर से शाह के स्वागत वाला यह बैनर रणनीति का हिस्सा हैं। यह एकनाथ शिंदे की ओर से अमित शाह के प्रति आभार प्रकट करने का तरीका है। इसके अलावा यह उद्धव ठाकरे गुट को आईना दिखाने की भी एक कोशिश है। एकनाथ शिंदे कैंप ने अपनी पोस्टर राजनीति से यह बताने की कोशिश की है कि भाजपा के साथ गठबंधन में सिर्फ एक व्यक्ति की ही नहीं चलती है। फिलहाल एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट के बीच पार्टी को लेकर जंग तेज है। दोनों गुटों की ओर से चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है, जिस पर फिलहाल फैसला आना बाकी है।
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