19 सितंबर से शुरू हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा का आज यानी गुरुवार को चौथा दिन है, आज इस सत्र में सिर्फ महिलाओं को बोलने का मौका मिलेगा। अर्थात आज दिरभर महिला विधायकों की आवाज गूंजने वाली है। बता दें कि विधानसभा में कुल 47 महिला सदस्य है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने यह जानकारी दी है कि सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद इस सदन में सबसे पहले महिलाओं को बोलने का मौका दिया जाएगा। इसका अर्थ यह है कि कार्यमंत्रणा की बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक आज सदन की कार्यवाही में महिलाओं की भूमिका खास होगी। महिलाओं द्वारा उठाई जानेवाली तमाम मुद्दों को ऑन रिकार्ड रखा जाएगा। प्रश्नकाल में भी सिर्फ महिलाओं के ही सवालों पर चर्चा होगी। मिलनेवाले आठ मिनट में ये महिलायें अपनी बात रखेंगी और सरकार की योजनाओं को समझ कर उसमें बदलाव और सुझाव की सलाह देगी।
महिलाओं को मिलने वाली इस चर्चा पर कई महिला विधायकों ने अपनी बात रखी है जिसमें खीरी की श्रीनगर सीट से विधायक मंजू त्यागी इस सत्र के दौरान नारी सशक्तिकरण के इर्द-गिर्द अपनी बात रखना चाहती हैं। वह कहती हैं सामान्यतः महिलाओं को अपनी बात रखने का वक्त कम ही मिलता है। उन्होंने कहा कि आज मौका मिलेगा तो हम बताएंगे कि सरकार ने क्या-क्या काम किया और महिलाओं की दशा में क्या परिवर्तन आया। वही भाजपा की रायबरेली सदर सीट से एमएलए अदिति सिंह ने कहा कि हम सभी की बात रखेंगे। कॉंग्रेस की नेता आराधना मिश्रा ने कहा कि महिलाओं के लिए 33% आरक्षण की बात होगी। साथ ही कानून व्यवस्था की दिक्कत, महंगाई या बेरोजगारी की बात भी होगी। सदन में केवल महिलाओं का प्रवेश होगा। स्कूली छात्राओं समेत समाज के अलग-अलग क्षेत्रों से महिलाओं को सदन की कार्यवाही देखने के लिए आमंत्रित किया गया है।
अध्यक्ष की इस घोषणा पर लोगों ने विरोध भी किया था। इसपर सपा के कुछ पुरुष विधायकों ने अपने सवाल लेने का अनुरोध किया, लेकिन अध्यक्ष ने उसे खारिज कर दिया। अध्यक्ष ने विधायकों से यह भी अनुरोध किया कि आज दर्शक दीर्घा के लिए भी सिर्फ महिलाओं को ही पास जारी किया जाएगा। इसलिए विधायक किसी अन्य व्यक्ति के लिए पास जारी करने का अनुरोध न करे। आज की कार्यवाही के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहेंगे।
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