ब्रिटेन में लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री पद की दौड़ फिर शुरू हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि मुख्य मुकाबला पूर्व वित्त मंत्री और पिछली बार कंजर्वेटिव लीडरशिप की दौड़ में दूसरे नंबर पर रहने वाले ऋषि सुनक और पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच होगा। हालांकि ऋषि सुनक का नाम सबसे आगे चल रहा है। सुनक के समर्थकों ने 100 सांसदों के समर्थन का दावा किया है। जिसके बाद कयास लगाया जा रहा है कि देश के पूर्व वित्त मंत्री ने पीएम पद की रेस में शामिल होने के लिए 100 सांसदों का समर्थन हासिल कर लिया है। पूर्व वित्त मंत्री सुनक को टोरी पार्टी के कुछ मंत्रियों और टोरी पार्टी के अलग-अलग धड़ों के कुछ सांसदों का समर्थन मिला है।वहीं पीएम पद की रेस में पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी शामिल हैं। वहीं उनके समर्थकों ने भी 100 सांसदों के समर्थन का दावा किया है। पीएम चुनाव में मुख्य मुकाबला पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक और पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच होगा।
हालांकि सुनक और जॉनसन में से किसी ने भी अभी तक पार्टी का नेता बनने के लिए चुनाव लड़ने की औपचारिक घोषणा नहीं की है। अभी तक ‘लीडर ऑफ कॉमन्स’ पेन्नी मोर्डांट एकमात्र उम्मीदवार हैं, जिन्होंने चुनाव लड़ने की घोषणा की है। वहीं नए नेता के लिए नामांकन सोमवार दोपहर को बंद हो जाएगा और उम्मीदवारों को 357 कंजरवेटिव सांसदों में से 100 के हस्ताक्षर की आवश्यकता होगी, जिसका अर्थ है कि अधिकतम तीन उम्मीदवार होंगे। सांसद उनमें से एक को बाहर करने के लिए मतदान करेंगे और अंतिम दो पर एक सांकेतिक मतदान होगा। उसके बाद पार्टी के 172,000 सदस्यों को फिर एक ऑनलाइन मतदान में दो उम्मीदवारों के बीच फैसला करना होगा। इसके बाद नए नेता का चयन 28 अक्टूबर तक किया जाएगा। ब्रिटेन में अगला पीएम कौन होगा इसका इंतजार ज्यादातर लोग कर रहे है। ऋषि सुनक का पीएम के तौर पर चुनाव भारत की एक बड़ी जीत मानी जाएगी।
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