उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि ऐतिहासिक मराठी फिल्म ‘हर हर महादेव’ देखने गए दर्शकों की पिटाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसी घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फडणवीस का यह बयान पुणे और ठाणे में सोमवार को ‘इतिहास से छेड़छाड़’ के आरोपों को लेकर फिल्म का प्रदर्शन बाधित किए जाने के बाद आया है।
पुणे शहर में, एक मराठा संगठन के सदस्यों ने फिल्म का प्रदर्शन बाधित किया, जबकि ठाणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड की कथित अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने एक मल्टीप्लेक्स में रात को फिल्म का प्रदर्शन रोका। फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि लोग लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध व्यक्त कर सकते थे।
उन्होंने कहा “एक सिनेमाघर में प्रवेश करना और फिल्म देखने वालों की पिटाई करना… बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। (कथित) षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” फडणवीस राज्य के गृह मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा “लोगों को लोकतांत्रिक तरीके से अपना विरोध दर्ज कराने की अनुमति है। मैंने फिल्म नहीं देखी है और मुझे विवाद की जानकारी नहीं है।’’
राकांपा के आक्रामक विरोध प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भाजपा की महाराष्ट्र महिला शाखा की प्रमुख चित्रा वाघ ने कहा, ‘‘अगर आव्हाड को यह एहसास नहीं है कि वह अब सत्ता में नहीं हैं, तो कानून को उन्हें इस बात का एहसास कराना चाहिए।’’ राकांपा नेता आव्हाड ने पार्टी कार्यकर्ताओं के एक समूह का कथित तौर पर नेतृत्व किया जिसने एक मल्टीप्लेक्स में फिल्म की स्क्रीनिंग और शो को बाधित किया। घटना के एक कथित वीडियो में आव्हाड के समर्थकों और कुछ दर्शकों के बीच बहस होती नजर आ रही है।
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