तुरुंगात सिगरेट फुंकण्यापासून बॅडमिंटन खेळण्यापर्यंत सर्व सोयी उपभोगणाऱ्या नेहरुंच्या पणतूला सावरकरांचा त्याग समजवावा तरी कसा?
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) November 17, 2022
राहुल गांधी मनोरोगी हैं, सावरकर को समझने के लिए इस आदमी के पास पर्याप्त सामान्य ज्ञान नहीं है। वह अंडमान द्वीप समूह को नहीं समझेगा, उसकी छलांग केवल थाईलैंड तक है। सफेद पाउडर का और क्या परिणाम होता है? तो अगले ट्वीट में भातखलकर ने कहा, जेल में सिगरेट पीने से लेकर बैडमिंटन खेलने तक की सारी सुविधाएं पाने वाले नेहरू के परपोते सावरकर के बलिदान को कैसे समझ सकते हैं?
ज्या मूर्खाला राष्ट्रगीत कळत नाही, तो राष्ट्रपुरुषांना ओळखेल कसा? हा डोक्यावर पडलेला आहे, तरीही त्याला डोक्यावर घेणारे जोकर या देशात आहेत. pic.twitter.com/PWObDa2mb1
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) November 17, 2022
साथ ही राहुल गांधी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें राहुल गांधी दूसरे गाने को राष्ट्रगान के तौर पर खड़े हुए थे| इस पर भी भातखलकर ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। राष्ट्रगान न जानने वाला मूर्ख राष्ट्र वीरों को कैसे जान सकता है? उसने आलोचना की है कि यह सिर के बल पड़ा है, फिर भी इस देश में जोकर हैं जो इसे सिर पर ले लेते हैं।
उद्धव सेना लाज कोळून प्यायली आहे की त्यांच्या घरबशा नेत्यांच्या कानापर्यंत स्वातंत्र्यवीर सावरकरांचा अपमान गेलेला नाही?
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) November 17, 2022
जहां राहुल गांधी ने सावरकर की आलोचना की, वहीं आदित्य ठाकरे ने उनकी भारत जोड़ो यात्रा में भाग लिया। इसलिए भातखलकर ने ठाकरे गुट को भी निशाने पर लेते हुए सवाल भी किया कि क्या उद्धव सेना शर्मिंदा है या उसके नेताओं के कानों तक स्वतंत्रता सेनानी सावरकर का अपमान नहीं पहुंचा है?
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