महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पिछले कुछ महीनों से अपने विवादित बयानों को लेकर विवादों में हैं। हाल ही में उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर विवादित बयान दिया था| इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, संभाजीराजे छत्रपति और उदयनराजे भोसले के साथ-साथ महाविकास अघाड़ी ने भी आक्रामक रुख अपनाया और राज्यपाल को हटाने की मांग की।
इसी तरह आज राकांपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने भी अपना पक्ष रखते हुए राज्यपाल कोश्यारी का ध्यान खींचा है| साथ ही राज्यपाल के बयान के पीछे की मंशा पर भी संदेह जताया गया है|
अजित पवार ने पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कोई कुछ कहता है और बेरोजगारी और किसान जैसे मुद्दों को पीछे छोड़ दिया जाता है और अन्य मुद्दों पर चर्चा शुरू हो जाती है। यहां तक कि हमारे राज्यपाल भी निजी तौर पर कहते हैं कि वह अपने राज्य वापस जाना चाहते हैं| क्या इसीलिए राज्यपाल द्वारा हमारे राज्य में लौटने के लिए इस तरह के बयान दिए जा रहे हैं? सवाल उठता है कि क्या वे जानबूझकर इस तरह की बात कर रहे हैं|‘
इस बीच, अजित पवार ने केंद्र सरकार से इस विवाद पर संज्ञान लेने की मांग की है कि राज्यपालों की नियुक्ति करने वालों को ही नसीहत देने की जरूरत है| प्रदेश में इस समय भर्ती का मामला सुर्खियों में है। इस बारे में बात करते हुए अजित पवार ने कहा कि, पहले कई बार भर्तियां हुईं, लेकिन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने कभी नियुक्ति पत्र नहीं दिया| यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि हाल के दिनों में कई परियोजनाएं राज्य से बाहर चली गई हैं।
अजित पवार ने आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की नौटंकी बंद होनी चाहिए| साथ ही पुलिस भर्ती फॉर्म भरने में आ रही दिक्कतों को लेकर मैं सांगली में कुछ लोगों से मिला। उन्होंने यह भी जानकारी दी है कि जब वह मुंबई जाएंगे तो देवेंद्र फडणवीस से इस सिलसिले में मुलाकात करेंगे।
वीआईपी नंबर प्लेट बीएमडब्ल्यू की टक्कर से साइकिल सवार की मौत !