राज्य में हुए करीब साढ़े सात हजार ग्राम पंचायतों के चुनाव में सभी राजनीतिक दलों ने दावा किया है कि उन्हें अच्छी सफलता मिली है| चूँकि चुनाव दलीय चिन्हों पर नहीं लड़े जाते हैं, इसलिए यह स्पष्ट नहीं है कि किस दल ने अधिक सीटें जीतीं। फिर भी ऐसा प्रतीत होता है कि अधिकांश नेताओं ने अपने-अपने प्रभाव क्षेत्रों में प्रभुत्व बनाए रखा है।
प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने दावा किया कि भाजपा ने प्रदेश में 2482 ग्राम पंचायतें जीतकर प्रदेश में नंबर वन का स्थान बरकरार रखा है|भाजपा की प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना पार्टी ने 842 ग्राम पंचायतों में जीत हासिल की।
ग्राम पंचायत चुनाव में भाजपा और शिंदे गुट ने मिलकर 3,200 से ज्यादा ग्राम पंचायतों पर जीत हासिल की है| भाजपा और शिंदे गुट की सफलता के बाद ही विधानभवन प्रांगण में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे।उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बावनकुले ने गले मिलकर खुशी जाहिर की। इस मौके पर भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने दावा किया कि कांग्रेस ने 900 से अधिक ग्राम पंचायतों पर जीत हासिल की है और मविआ ने अधिकांश ग्राम पंचायतों और सरपंच पदों पर जीत हासिल की है| उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा का यह दावा कि हम नंबर एक हैं झूठा है। पटोले ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने देवेंद्र फडणवीस के नागपुर जिले की 236 ग्राम पंचायतों में से 200 से अधिक पर जीत हासिल की है और यह स्पष्ट है कि कांग्रेस ग्रामीण इलाकों में मजबूत है|
राकांपा ने 1,300 से अधिक ग्राम पंचायतों पर जीत का दावा भी किया। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की तरह महा विकास अघाड़ी को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं|मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मनसे की सफलता पर संतोष जताया।
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