‘बिग बॉस’ फेम उर्फी जावेद अपने कपड़ों को लेकर लगातार चर्चा में रहती हैं। उर्फी जावेद की सोशल मीडिया पर उनके कपड़ों को लेकर आलोचना होती है। अब भाजपा नेता चित्रा वाघ ने उर्फी के कपड़ों पर आपत्ति जताई है। साथ ही चित्रा वाघ ने मुंबई पुलिस को बयान दिया था कि उर्फी के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इस बीच शिवसेना (ठाकरे गुट) की उपनेता सुषमा अंधारे इस विवाद में कूद पड़ी हैं।
क्या आप उन्हें भी पीटने की भाषा का प्रयोग करेंगे? साथ ही, नग्नता कपड़ों से अधिक विचार और भाषा के बारे में है। सुषमा अंधारे ने चित्रा वाघ को चुनौती दी थी कि आप लोगों के दैनिक जीवन से जुड़े मुद्दों को सुर्खियों में रहने के लिए और सुर्खियों में रहने के लिए कितना भटकेंगी।
आपल्या कामाची गरज म्हणून कोणाचा पेहराव तसा असेल तर तो झाला कामाचा भाग यावर माझा किंवा कोणाचाही आक्षेप असायचं कारण नाही पण जिथे आपण समाजात वावरतो,सार्वजनिक ठिकाणी भर वस्ती आणि रस्त्यावर खुल्या वातावरणात आपला पेहराव व्यवस्थित राखणं हे सामाजिक भान आहे…(1/5)
— Chitra Kishor Wagh (@ChitraKWagh) January 3, 2023
यदि इसे बनाए नहीं रखा जाता है, तो इसे कोरी मानसिकता क्यों नहीं कहते? व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सम्मान करना और इसका दुरुपयोग करने वालों को रोकना, क्या यह धर्म नहीं है? बच्चे हमारे घरों में हैं, क्या हमें उनके सामने ऐसे आदर्श रखने चाहिए?” चित्रा वाघ ने पूछा।
व्यक्ती स्वातंत्र्याच्या नावाखाली स्वैराचार कदापी खपवून घेतला जाणार नाहीच
समर्थन करणाऱ्यांच्या डोक्यात प्रकाश पडो एव्हढी सदिच्छा आहे (5/5)#सामाजिकभान #स्वैराचारालाविरोध
— Chitra Kishor Wagh (@ChitraKWagh) January 3, 2023
“व्यक्तिगत स्वतंत्रता के नाम पर मनमानी को कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इतनी सद्भावना है कि समर्थन करने वालों के सिर में रोशनी पड़ती है, ”चित्रा वाघ ने अप्रत्यक्ष रूप से सुषमा अंधगर से कहा।
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