यूपी में सपा के ट्विटर हैंडल से अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में ट्वीटर संचालक को गिरफ्तार किया गया। लखनऊ के हजरतगंज थाने में अभद्र भाषा का उपयोग के मामले में संचालक मनीष जगन अग्रवाल तीन केस दर्ज हैं। बताया जा रहा है कि ट्वीटर का संचालक मनीष जगन अग्रवाल ही करता है। अब उसकी गिरफ्तारी से यूपी की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के बाद अखिलेश यादव थाने पहुंचे हैं।
ऋचा राजपूत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी: दो दिन पहले ही बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज ऋचा राजपूत के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई थी। जिसके बाद ऋचा राजपूत ने हजरतगंज थाने में इस मामले में केस दर्ज कराया था। यह टिप्पणी सपा मीडिया सेल के ट्वीटर हैण्डल से की गई थी। ऋचा राजपूत को रेप और जान से मारने की धमकी दी गई थी। इसके बाद उन्होंने कहा था कि अगर मेरी साथ कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए अखिलेश यादव जिम्मेदार होंगे। इससे पहले भी इस ट्वीटर हैंडल से और कई विवादित ट्वीट किये गए थे। जिसके बाद केस भी दर्ज कराया गया।
ट्वीटर हैंडल से अभद्र भाषा का इस्तेमाल: इससे पहले एक बीजेपी नेता ने भी अखिलेश यादव और सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के खिलाफ परिवारवाद दाखिल किया गया था।जिसमें सपा के ट्वीटर हैंडल से लगातार परिवार और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किये जाने पर आपत्ति जताई गई थी। इतना ही नहीं, एक महिला पत्रकार और दो पत्रकारों ने भी सपा मीडिया सेल के खिलाफ अलग -अलग स्थानों पर केस दर्ज कराया था।
अगर जहर दे दो तो: वहीं जब अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय पहुंचे तो उनके लिए पुलिस ने चाय मंगवाई। लेकिन उन्होंने पुलिस का चाय पीने से इंकार कर दिया। इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि मै यहां चाय पीने नहीं आया हूं ,उसमें अगर जहर दे दो तो। हमें भरोसा नहीं हम बाहर से मंगा लेंगे। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहनाज पूनावाला अखिलेश यादव के बयान पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को आतंकियों पर भरोसा है,जिसे उन्होंने रिहा कर दिया लेकिन यूपी की पुलिस पर भरोसा नहीं है। अखिलेश यादव अलकायदा के आतंकियों पर भरोसा करते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश की पुलिस पर संदेह करते हैं।
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