प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2023 के अपने पहले मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने 97वें मन की बात कार्ययक्रम की शुरुआत में देशवासियों को नए साल की बधाई दी। गणतंत्र दिवस पर अनेक पहलुओं की हो रही प्रशंसा का उन्होंने जिक्र किया वहीं इस साल पद्म पुरस्कार पाने वाले लोगों की तारीफ की। पीएम ने ‘द मडर ऑफ डेमोक्रेसी’ किताब का भी जिक्र किया। इसके अलावा पीएम मोदी ने महाराष्ट के अली बाग में 20 साल से मिलेट्स की खेती करने वाली शर्मिला और ओडिशा की महिलाओं की तरफ से बाजरे से बनने वाले रसगुल्ले, केक और गुलाब जामुन की चर्चा के साथ उनकी तारीफ भी की। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और हमारी रगों में लोकतंत्र बसा है। उन्होंने कहा कि हमारे स्वभाव और संस्कृति ही लोकतांत्रिक हैं। पीएम ने इस दौरान लोगों को कश्मीर की यात्रा करने को भी कहा।
मन की बात में पीएम ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार कई अलग पहलुओं की काफी प्रशंसा हो रही है। पीएम ने बताया कि जैसलमेर से पुल्कित ने तो उन्हें लिखकर कहा कि इस बार 26 जनवरी की परेड के दौरान कर्तव्य पथ का निर्माण करने वाले श्रमिकों को आगे बैठे देखकर बहुत अच्छा लगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं यहाँ एक दिलचस्प किताब का भी जिक्र करूंगा। कुछ हफ्ते पहले ही मुझे मिली इस किताब में एक बहुत ही रोचक विषय पर चर्चा की गयी है। इस किताब का नाम इंडिया द मडर ऑफ डेमोक्रेसी किताब है और इसमें कई बेहतरीन विषय हैं। लोकतंत्र हमारी रगों में है, हमारी संस्कृति में है। सदियों से यह हमारे कामकाज का भी एक अभिन्न हिस्सा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और इस बात का हम भारतीयों को भी गर्व है कि हमारा देश ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ भी है. लोकतंत्र हमारी रगों में है, हमारी संस्कृति में है। यह हमारे काम का सदियों से अभिन्न हिस्सा रहा है।
मन की बात में पीएम ने पद्म पुरस्कार विजेताओं की बात की। पीएम ने कहा कि पद्म पुरस्कार विजेताओं में बड़ी संख्या आदिवासी समुदायों और आदिवासी समाज से जुड़े लोगों की है। पीएम ने कहा कि आदिवासी जीवन शहर के जीवन से अलग है और चुनौतिपूर्ण भी है, लेकिन इसके बावजूद आदिवासी समाज अपनी परंपराओं को बचाने के लिए हमेशा आतुर रहते हैं। पीएम ने इसी के साथ देशवासियों को इन विजेताओं के बारे में जानने का आग्रह किया। पीएम ने कहा कि इस बार पद्म पुरस्कार पाने वालों में वे लोग हैं जिन्हें संतूर, बम्हुम, द्वीतारा जैसे हमारे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन फैलाने में महारत हासिल है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के दौराना पीएम मोदी ने महाराष्ट्र और ओडिशा की महिलाओं का जिक्र किया। मोदी ने बताया कि महाराष्ट्र में अली बाग में शर्मिला नामक महिला 20 साल से मिलेट्स की खेती कर रही हैं। वहीं पीएम ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में मिलेट्स कैफे का भी जिक्र किया। मोदी ने ओडिशा की महिलाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यहां कि महिलाएं बाजरे से रसगुल्ला, गुलाब जामुन और केक बना रही हैं। मोदी ने आगे कहा कि बाजार में इनकी खूब डिमांड होने से महिलाओं की आमदनी भी बढ़ रही है।
मोदी ने कहा कि ई-कचरे को ठीक से व्यवस्थित नहीं किया जाता है और इसी के कारण यह हमारे पर्यावरण के लिए नुकसानदायक होता है। पीएम ने कहा कि अगर सावधानीपूर्वक इसको रीसायकल और पुन: उपयोग किया जाए तो यह अर्थव्यवस्था की बहुत बड़ी ताकत बन सकता है।
बता दें कि मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड थोड़ा अलग हो सकता है। इसको लेकर केंद्र सरकार ने एक अनोखा कॉम्पीटीशन रखा है, जिसमें आम लोग हिस्सा ले सकते हैं। पीएम मोदी के 100वें मन की बात एपिसोड का टेलिकास्ट अप्रैल में होगा और सरकार ने इसके लिए लोगो और जिंगल बनाने की प्रतियोगिता रखी है। यह प्रतियोगिता 18 जनवरी से शुरू हो चुकी है और लोगो और जिंगल सब्मिट कराने की अंतिम तारीख 1 फरवरी है। इसमें हिस्सा लेने के लिए लोगों को mygov.in पर जाना होगा।