आदित्य ठाकरे से सब थक चुके हैं। सुनील शिंदे और सचिन अहीर भी शिंदे के गुट में शामिल हो सकते हैं। वर्ली विधानसभा क्षेत्र में सचिन अहीर और सुनील शिंदे का अपना दम है। इन दोनों के दम पर आदित्य ठाकरे वर्ली में चुने गए थे। तो सचिन अहीर भी कल शिंदे की टीम से जुड़ेंगे| संजय शिरसाट ने कहा कि अगर वह शिंदे समूह से जुड़ते हैं तो उनका स्वागत किया जाएगा| संजय शिरसाट के इस बयान से राजनीतिक हलकों में बहस छिड़ गई है|
आदित्य ठाकरे से पहले सुनील शिंदे वर्ली विधानसभा क्षेत्र से जीते थे| इस क्षेत्र में सचिन अहीर का सम्मान करने वालों का एक बड़ा तबका भी है। 2019 में उद्धव ठाकरे और शिवसेना के नेताओं ने वर्ली विधानसभा क्षेत्र के अखाड़े में आदित्य ठाकरे की ठीक से स्क्रीनिंग की थी।
इसके लिए तत्कालीन विधायक सुनील शिंदे की समझाइश ली गई। एनसीपी में रहे सचिन अहीर को जहां शिवसेना में लाया गया, वहीं वर्ली विधानसभा क्षेत्र आदित्य ठाकरे के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हो गया| हालांकि अब अगर वर्ली के ये दोनों प्रभावशाली नेता शिंदे गुट में शामिल हो जाते हैं तो ठाणे से मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहे आदित्य ठाकरे की मंशा पर पानी फिर सकता है| इसलिए सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या शिंदे गुट आने वाले समय में वर्ली में राजनीतिक धमाका करेगा|
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