गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी की तारीफ़ की है। जबकि कांग्रेस नेतृत्व पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी काफी उदार नेता है, विपक्ष का नेता होने के नाते मैंने उनकी खूब आलोचना की। पीएम मोदी को कश्मीर में धारा 370 हटाने और सीएए को लेकर घेरा लेकिन उन्होंने कभी बदला नहीं लिया। उन्होंने जयराम रमेश के बारे में अपनी पुस्तक आजाद में बड़ा खुलासा किया है।
वहीं, कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर बात करते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू, राजीव गांधी और इंदिरा गांधी इस आघात सह लेते,क्योंकि उनमें सहनशक्ति थी, उन्हें जनता का समर्थन हासिल था, लेकिन वर्तमान कांग्रेस नेतृत्व का लोगों पर कोई प्रभाव नहीं है। उन्होंने कहा कि मै कांग्रेस की कमियों को नहीं गिना रहा हूं। मेरी कांग्रेस से कुछ बातों पर मतभेद हो सकता है। लेकिन पार्टी उनकी विचारधारा से मुझे कोई परेशानी नहीं है।
बता दें कुछ समय पहले ही गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस को छोड़ दिया था, और अपनी पार्टी बना ली थी। कांग्रेस ने उन पर कई तरह के आरोप भी लगाया था। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पीएम मोदी हमेशा एक राजनेता की तरह व्यवहार किया। गौरतलब है कि आजाद की बुधवार को ऑटोबायोग्राफी लांच होने वाली है। इस बुक की लॉन्चिंग कांग्रेस नेता कर्ण सिंह करेंगे। अपनी आत्मकथा में आजाद ने खुलासा किया है कि जब राज्यसभा में अमित शाह ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का फैसला किया तो इसके विरोध में विपक्ष के नेताओं ने धरना दिया। लेकिन कांग्रेस संचार प्रभारी जयराम रमेश उसमें शामिल नहीं हुए।
इस संबंध में उन्होंने अपनी पुस्तक के 251 वें पेज में लिखा है कि गृह मंत्री अमित शाह जिस समय धारा 370 हटाने का फैसला किया। उस समय मैंने अपने कान में से इयार फोन फेंककर विरोध के बेल में जाकर धरने पर बैठ गया। इस दौरान विपक्ष के अन्य नेता भी थे। लेकिन यह जानकर आश्चर्य हुआ कि जयराम रमेश इस धरना में शामिल नहीं हुए और वे अकेले अपनी कुर्सी पर बैठे रहे।
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