रत्नागिरी के बारसू में प्रस्तावित रिफाइनरी परियोजना को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है| इस प्रोजेक्ट के मिट्टी परीक्षण का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। अब देखा जा रहा है कि राजनीतिक हलकों में इसकी कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और आज एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी पार्टी की स्थिति स्पष्ट की| उन्होंने कहा कि ऐसी परियोजनाओं को शुरू करते समय सरकार को स्थानीय लोगों से चर्चा करनी चाहिए। वह उदय सामंथा से मुलाकात के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे।
क्या कहा शरद पवार ने?: “हमें शिकायत मिली थी कि बारसू रिफाइनरी का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों पर पुलिस बल प्रयोग कर रही थी| इसकी जानकारी आज उदय सामंत ने दी। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बारसू में रिफाइनरी प्रस्तावित है और वर्तमान में यहां की मिट्टी की जांच की जा रही है| मैंने उनसे अनुरोध किया कि वह इस काम को अभी के लिए बंद कर दें और विपक्ष और सरकारी कर्मचारियों के बीच एक बैठक करें। इसके बाद उन्होंने कल बारसु में इस संबंध में एक बैठक आयोजित करने का वादा किया”, शरद पवार ने प्रतिक्रिया व्यक्त की।
बारसू को लेकर क्या है स्पष्ट स्थिति: इस बार जब उनसे बारसू रिफाइनरी को लेकर एनसीपी की स्थिति के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा,अगर कोंकण में कोई महत्वपूर्ण परियोजना चल रही है और स्थानीय लोगों से इसका विरोध हो रहा है, तो सरकार को स्थानीय लोगों की बात सुननी चाहिए|यह एनसीपी की भूमिका है। राज्य सरकार को इस तरह के विरोध पर ध्यान देना चाहिए, सरकार को इसका रास्ता निकालने का प्रयास करना चाहिए।
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