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Sunday, November 24, 2024
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मन की बात: खास की नहीं, आम की बात

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात प्रोग्राम का 100वां एपिसोड पूरा कर लिया। आज का एपिसोड टीवी चैनलों, निजी रेडियो स्टेशनों और सामुदायिक रेडियो सहित एक हजार से अधिक प्लेटफॉर्म पर ब्रॉडकास्ट किया गया। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र के न्यूयॉर्क स्थित हेडक्वार्टर और यूक्रेन के कीव में भी आज का एपिसोड प्रसारित किया गया। 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी से शुरू हुआ यह त्योहार हर महीने मनाया जाता है। 30 अक्टूबर 2016 को मन की बात का 25वां एपिसोड हुआ। 30 दिसंबर 2018 को 50 वां एपिसोड हुआ। और 25 अप्रैल 2021 को 75 वां एपिसोड पूरा हुआ। और वहीं आज 30 अप्रैल 2023 को मन की बात का 100 वां एपिसोड पूरा हुआ। बीते करीब नौ साल से हर महीने के आखिरी रविवार को प्रधानमंत्री का यह कार्यक्रम प्रसारित हो रहा है। इस कार्यक्रम में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई वो ‘जन आंदोलन’ बन गया। वहीं आज देश भर में 4 लाख जगहों पर इसका लाइव प्रसारण किया गया।

आइये जानते हैं बीते नौ साल में इस कार्यक्रम की पहुंच कैसे बढ़ी?
‘मन की बात’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रेडियो के माध्यम से देशभर की जनता तक पहुंचने का एक माध्यम है। ‘मन की बात’ प्रत्येक नागरिक को प्रधानमंत्री के रेडियो संबोधन के माध्यम से जुड़ने, सुझाव देने और सहभागी शासन का हिस्सा बनने का अवसर प्रदान करता है। इसने पारंपरिक रेडियो में नए सिरे से रुचि और जागरुकता पैदा की है।

पीएम मोदी की मन की बात कार्यक्रम के लिए आम लोगों से मुद्दे मांगे जाते हैं। लोग अलग-अलग माध्यमों से जिन मुद्दों पर प्रधानमंत्री को सुनना चाहते हैं, उनमें से कुछ मुद्दों पर प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में बात करते हैं। कार्यक्रम के दौरान कई बार आम लोगों से भी प्रधानमंत्री बात करते हैं। उनके अनुभव के जरिए देश के लोगों को जागरुक करने की कोशिश करते हैं।

मन की बात भारत का पहला रेडियो कार्यक्रम है जो टेलीविजन चैनलों द्वारा एक साथ प्रसारित किया जाता है। वहीं सूचना प्रसारण मंत्रालय ने बताया था कि 34 दूरदर्शन चैनल और लगभग 91 निजी सैटेलाइट टीवी चैनल पूरे भारत में इस रेडियो कार्यक्रम का प्रसारण करते हैं। 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा, मन की बात फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित की जाती है। यानी 51 भाषाओं और बोलियों में मन की बात का अनुवाद और पुन: प्रसारण किया जाता है। इसके अलावा एक अलग ट्विटर हैंडल ‘मन की बात अपडेट्स’ बनाया गया है जो मन की बात के दौरान उठाए गए मुद्दों के बारे में अपडेट देता है।
वर्तमान में इसके डेढ़ लाख फॉलोवर्स हैं। इसके अलावा, आज की तारीख तक ‘मन की बात’ के प्रचार के लिए लगभग 58,000 ट्वीट किए जा चुके हैं। मन की बात के सभी एपिसोड्स को अलग-अलग भाषाओं में एक्सेस करने के लिए डेडिकेटेड यूट्यूब चैनल बनाया गया है। आज की तारीख में, यूट्यूब के 2200 से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। इसमें अब तक 1 हजार 4 सौ वीडियोज अपलोड किए जा चुके हैं।

सरकार मन की बात के 100वें एपिसोड के प्रसारण को यादगार बनाने के लिए ₹100 का स्‍मारक सिक्‍का जारी करेगी। 100 रुपए का ये सिक्‍का वृत्‍ताकार होने के साथ 44 मिलीमीटर का होगा और चार धातुओं रजत, तांबा, निकिल और जस्‍ता से बना होगा। सिक्‍के के आगे वाले हिस्‍से के बीच में अशोक स्‍तंभ का सिंह स्‍तंभ शीर्ष होगा, जिसके नीचे ‘सत्‍यमेव जयते’ लिखा होगा। बाईं परिधि पर देवनागरी लिपि में ‘भारत’ शब्‍द और दाईं परिधि पर अंग्रेजी में ‘India’ लिखा होगा। सिंह स्‍तंभ शीर्ष के नीचे ₹100 लिखा होगा।

वहीं इस एपिसोड में पीएम मोदी ने बेहद ही महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की थी। प्रधानमंत्री ने देशभर में जून 2015 में सेल्फी विद डॉटर कैंपेन शुरू किया था। जिसके बाद ये अभियान पूरी दुनिया में फैल गया। जीवन में बेटी का स्थान कितना बड़ा होता है, इस कैंपेन से यह प्रकट हुआ। आज हरियाणा में जेंडर रेशियो में सुधार आया। वहीं आज मोदी ने इस कैंपेन का आइडिया देने वाले हरियाणा के सुनील जगलान से बातचीत की। उनका धन्यवाद किया।

मन की बात में नारी शक्ति की प्रेरणादायी गाथाओं का जिक्र किया गया है। छत्तीसगढ़ के गांव की महिलाओं के स्वच्छता अभियान चलाने वाले स्वसहायता समूह की बात की गई। तमिलनाडु की आदिवासी समुदाय की टेराकोटा कप बनाने वाली महिलाओं की बात की गई। वहीं 20 हजार महिलाओं ने वेल्लोर में नाग नदी को पुनर्जीवित किया इसकी चर्चा की गई। मन की बात में पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर की पेंसिल स्लेट का जिक्र करते हुए मंजूर अहमद का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने मंजूर अहमद से बात की। मंजूर अहमद ने कहा कि ये काम बढ़ गया है, बहुत लोगों को रोजगार मिल गया। अभी 200 प्लस लोग काम कर रही हैं। आगे 200 लोगों को और रोजगार मिलेगा। देश की प्रगति में इस तरह की नीति बेहद ही महत्वपूर्ण है।

मन की बात में पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया प्रोडक्ट इस कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे देश में ऐसे कितने ही प्रतिभाशाली लोग हैं, जो मेहनत के बलबूते ही सफलता के शिखर तक पहुंचे हैं। विशाखापत्तनम के बैंकर मुरली ने आत्मनिर्भर भारत का चार्ट शेयर किया था। बेतिया के प्रमोदजी ने एलईडी बल्ब का काम शुरू किया। मन की बात ही इनके उत्पादों को सामने लाने का माध्यम बना।

मेक इन इंडिया के अनेक उदाहरणों से स्पेस स्टार्टअप की चर्चा भी की। पीएम मोदी ने मन की बात में मणिपुर की विजयशांति के कमल के रेशों से कपड़े बनाने का जिक्र किया था। और आज विजय शांति से बातचीत भी की। विजय शान्ति ने बताया कि मैं 30 लोगों के साथ ये काम कर रही हूं। 100 महिलाओं के साथ काम करने का टारगेट है। अब यह काम काफी पॉपुलर है। मन की बात में जिक्र के बाद यह हुआ। अब हमारे लिए मार्केट उपलब्ध है। अमेरिका में भी प्रोडक्ट जा रहा है। जिसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि मैंने वोकल फॉर लोकल कहा था। आप लोकल से ग्लोबल हो रही हैं। पीएम मोदी ने विजय शांति को उनके लोटस फाइबर के काम के लिए शुभकामाएँ दीं।

‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोटे अनाज को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही अलीबाग की शर्मिला ओसवाल का जिक्र किया। दरअसल संयुक्त राष्ट्र ने चालू वर्ष 2023 को मोटे अनाज का वर्ष घोषित किया है। मोटे अनाज का प्रसार और प्रचार-प्रसार पूरी दुनिया में हो रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके ब्रांड एंबेझडर हैं। प्रधानमंत्री मोदी के विशेष प्रयासों से मोटा अनाज पूरी दुनिया में फैल रहा है। विडंबना यह है कि शर्मिला पिछले 20 सालों से मोटे अनाज के महत्व को बढ़ावा दे रही हैं। ओसवाल ने पिछले 20 वर्षों से आज तक 100 से अधिक मोटे अनाज का उत्पाद बाजार में उतारे हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री मोदी ने ओसवाल का जिक्र किया।

पीएम मोदी देश के एकलौते प्रधानमंत्री है जिन्होंने मन की बात इस कार्यक्रम के जरिए आम लोगों से जुडने का प्रयास किया। इस एपिसोड के माध्यम से देश के पीएम मोदी ने आम जनता से जुड़े उनके अनुभव को लोगों के समक्ष प्रस्तुत किया। आज के तो नेता विधायक और मंत्री बेवजह के कार्यों और विवादों में व्यस्त है पर वहीं देश के पीएम का आम जनता के संपर्क के रहना ये अपने ही आप में बड़ी बात है। मन की बात इस एपिसोड में पीएम मोदी ने आम जनता से लेकर देश के लिए आवश्यक मुददें पर बात की, यहाँ किसी भी तरह की राजनीति चर्चा नहीं हुई। इसलिए इस कार्यक्रम के बदौलत जनता भी पीएम मोदी से जुड़े रहे। पीएम मोदी के मन की बात इस कार्यक्रम को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा गया। लोगों ने खुद एहसास किया कि पीएम मोदी जैसा कोई नहीं है। किसे समय है आज आम जनता के बारे में जानने और उनके अनुभवों को लोगों के समक्ष साझा करना पर मोदी ने वो कर दिखाया जो कोई ना कर सकता इसीलिए कहा जाता है मोदी है तो मुमकिन है।

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“मन की बात​”​ के दौरान मैं कई बार भावुक हो गया​​,​ ​100वें एपिसोड में नरेंद्र मोदी​…​!​

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