भारत का नया संसद भवन बनकर तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को नई संसद का उद्घाटन करेंगे। यह सरकार के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसे डिजाइन किया आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने। उन्हें यह खूबी आर्किटेक्ट पिता हंसमुख पटेल से विरासत के तौर पर मिली। बिमल पटेल ने सेंट्रल विस्टा के अलावा कई ऐसे प्रोजेक्ट्स पर काम किया जिसने उन्हें पॉपुलैरिटी दिलाई।
साबरमती रिवर फ्रंट, अहमदाबाद- आर्किटेक्ट बिमल पटेल को साबरमती रिवर फ्रंट को डिजाइन करने की जिम्मेदारी तब मिली थी जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। और 2011 में उन्होंने इसका उद्घाटन किया। दिलचस्प बात यह भी थी कि इसे डिजाइन करने का प्रस्ताव पहली बार 1960 में रखा गयाा था, लेकिन इसे तैयार करने का काम 2005 में शुरू हुआ। इसकी खास तरह की डिजाइन के कारण ही साबरमती रिवर फ्रंट को दुनियाभर में 24 अवॉर्ड मिले।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, वाराणसी- वाराणसी के धार्मिक स्थल काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी बिमल पटेल को दी गई थी। इस प्रोजेक्ट के कारण ही बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को तंग और संकरी गलियों से राहत मिली। गंगा घाट से सीधे बाबा के द्वार तक पहुंचने का रास्ता साफ हुआ। 900 करोड़ की लागत से 5 लाख वर्ग फीट में इस कॉरिडोर को विकसित किया गया।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट- हाल ही में केंद्र सरकार ने नए संसद भवन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। यह भी प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा का हिस्सा है। 2019 में सेंट्रल विस्टा परियोजना की घोषणा की गई और 10 दिसम्बर 2020 को पीएम मोदी ने इसकी नींव रखी। इसी प्रोजेक्ट के तहत कर्तव्यपथ का पुनर्विकास किया गया, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने पिछले साल 8 सितंबर को किया था।
देश के नामी प्रोजेक्ट के अलावा बिमल पटेल ने आईआईएम अहमदाबाद, आईआईटी जोधपुर की इमारतों, गुजरात हाईकोर्ट के साथ मुंबई की अमूल डेयरी और हैदरबाद में अगा खान एकेडमी को डिजाइन किया। एक समय में डॉक्टर पटेल को कई पुरस्कारों से नवाजा गया है। जिसमें आगा खान अवार्ड फॉर आर्किटेक्चर के अलावा उन्हें 1998 में यूएन सेंटर फॉर ह्यूमन सेटलमेंट्स अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस तो वही साल 2001 में डॉ विमल को वर्ल्ड आर्किटेक्चर अवार्ड से नवाजा गया।
डिजाइन और निर्माण के क्षेत्र में उपब्धियों के कारण 2019 में बिमल पटेल को प्रधानमंत्री नेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन अर्बन प्लानिंग एंड डिजाइन अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके अलावा 2019 में उन्हें पद्म श्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। इस समय डॉ बिमल अहमदाबाद में सीईपीटी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष हैं और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर भोपाल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष हैं।
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