हालांकि, विदर्भ में तापमान एक बार फिर से बढ़ रहा है, क्योंकि राज्य के तटीय क्षेत्रों में गरजता हुआ तूफान आगे बढ़ रहा है। विदर्भ और मध्य महाराष्ट्र में ज्यादातर जगहों पर पारा 43 डिग्री के पार चला गया है|अब मौसम विभाग द्वारा केरल में मानसून की घोषणा के बाद अब महाराष्ट्र में भी बारिश हो रही है|
अधिकतम तापमान ही नहीं न्यूनतम तापमान भी बढ़ रहा है। इससे गर्मी में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। मुंबई और पालघर क्षेत्रों में भी तट से निकटता के कारण उच्च आर्द्रता देखी जाती है। मराठवाड़ा और कोंकण के कुछ हिस्सों में प्री-मानसून बारिश देखी जा रही है जबकि राज्य में गर्मी अधिक है। इसलिए नागरिकों से इस बदलते मौसम को देखते हुए सावधान रहने की अपील की जा रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने केरल में मानसून की घोषणा की है। तो यह महाराष्ट्र में भी जल्द ही आएगा। हालांकि भीषण गर्मी के चलते सभी को मानसून का इंतजार है|
आईएमडी ने एक बयान में कहा कि दक्षिण अरब सागर के ऊपर पश्चिमी हवाओं में वृद्धि के साथ स्थितियां अनुकूल हो रही हैं| साथ ही, पश्चिमी हवाओं की गहराई धीरे-धीरे बढ़ रही है और आज, 4 जून को पश्चिमी हवाओं की गहराई औसत समुद्र तल से 2.1 किलोमीटर ऊपर तक पहुंच गई| उसने कहा की दक्षिणपूर्व अरब सागर पर बादल का द्रव्यमान भी बढ़ रहा है| हम उम्मीद करते हैं कि केरल में मानसून की शुरुआत के लिए इन अनुकूल परिस्थितियों में अगले तीन-चार दिनों के दौरान और सुधार होगा| इसकी लगातार निगरानी की जा रही है और कल (सोमवार) आगे की अद्यतन जानकारी प्रदान की जाएगी|
वैज्ञानिकों ने कहा कि हालांकि, मानसून की शुरुआत में इस देरी से देश में खरीफ की बुआई और कुल बारिश पर असर पड़ने की संभावना नहीं है| दक्षिण-पूर्वी मानसून पिछले साल 29 मई, 2021 को केरल पहुंचा था| आईएमडी ने पहले कहा था कि अल नीनो की स्थिति विकसित होने के बावजूद दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में भारत में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है|उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से लेकर सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है|
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