संजय राउत ने कहा है कि शरद पवार को उस कार्यक्रम में नहीं जाना चाहिए जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो रहे हैं| हम लोकमान्य तिलक के गुणों और उनके दिखाए रास्ते को याद रखेंगे।’ मुझे लगता है कि शरद पवार को भी लोकमान्य तिलक का दिखाया हुआ रास्ता याद होगा| हम महाविकास अघाड़ी से नाखुश नहीं हैं| महाराष्ट्र और देश की जनता को लगता है कि शरद पवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहिए लेकिन हम शरद पवार को सलाह नहीं देंगे|
पिछले कुछ दिनों से देश और प्रदेश में जो कुछ हो रहा है, जो हम देख और पढ़ रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि लोगों के मन में असंतोष है। कौन हिला रहा है|इस देश में और महाराष्ट्र में जो भी राजनीति चल रही है, कुछ लोगों को यह स्वीकार नहीं है| उनका सवाल है कि जो लोग ऐसी राजनीति कर रहे हैं उन्हें कौन सा पुरस्कार दिया जाए|
अगर उन्हें नोबेल मिले तो भी उनके मन में एक सवाल है, लेकिन जब महाविकास अघाड़ी या ‘भारत’ के नेता ऐसी जगहों पर जाते हैं तो लोगों के मन में भ्रम पैदा हो जाता है| शरद पवार इतने अनुभवी हैं कि हमें उनसे यह नहीं कहना चाहिए कि उन्हें यह भ्रम है| संजय राउत ने यह भी कहा है कि हमारा ‘भारत’ या महाविकास अघाड़ी मजबूत है|
लोकमान्य तिलक स्मारक ट्रस्ट की ओर से मंगलवार, 1 अगस्त 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। दीपक तिलक और रोहित तिलक ने कुछ दिन पहले इस पुरस्कार की घोषणा की थी। पुरस्कार में एक स्मृति चिन्ह, एक प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये शामिल हैं। इस समारोह में शरद पवार मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहेंगे| यह देखना अहम होगा कि शरद पवार इस कार्यक्रम में जाएंगे या नहीं. लेकिन संजय राउत ने कहा है कि हम शरद पवार को सलाह नहीं देंगे|
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