एनसीपी में बगावत के बाद शनिवार को शरद पवार और अजित पवार की गुप्त बैठक हुई| चर्चा थी कि यह दौरा जयंत पाटिल के भाई को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के नोटिस के कारण था। इससे पहले जयंत पाटिल से भी ईडी ने पूछताछ की थी|इसलिए चर्चा थी कि यह बैठक इसलिए हुई क्योंकि जयंत पाटिल के बाहर जाने पर विचार किया जा रहा था| बैठक को बेहद गुप्त रखा गया था| लेकिन इस मुलाकात की खबर मीडिया को मिल गई| ईडी के नोटिस को लेकर बैठक में क्या चर्चा हुई? इस पर जयंत पाटिल ने सफाई दी है|
जयंत पाटिल से हुई पूछताछ: एनसीपी में बगावत के बाद दो गुट बन गए थे| एक गुट अजित पवार के साथ चला गया तो दूसरा गुट शरद पवार के साथ| जयंत पाटिल शरद पवार के ग्रुप में हैं| एनसीपी के कुछ नेताओं की ईडी ने जांच की थी| इसमें जयंत पाटिल भी शामिल हैं| 22 मई 2023 को ईडी ने जयंत पाटिल से पूछताछ की थी| उनसे IL&FS कंपनी को लेकर नौ घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई| फिर 2 जुलाई को अजित पवार ने बगावत कर दी|
क्या कहा जयंत पाटिल ने: जयंत पाटिल अजित पवार के गुट में शामिल नहीं हुए| इसके चलते उनके करीबियों को ईडी का नोटिस मिलने की चर्चा थी। ईडी ने जयंत पाटिल के भाई जयसिंगराव पाटील को नोटिस भेजा है| इस बारे में बात करते हुए जयंत पाटिल ने कहा कि मेरे भाई को चार दिन पहले नोटिस मिला था| ईडी ने उनसे कुछ जानकारी मांगी थी| उन्होंने यह जानकारी दी| शनिवार को शरद पवार और अजित पवार के बीच हुई मुलाकात में ईडी के नोटिस पर कोई चर्चा नहीं हुई|
प्रकाश अंबेडकर का दावा: भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने ईडी नोटिस को लेकर बड़ा दावा किया है| शनिवार को शरद पवार और अजित पवार की मुलाकात ईडी के नोटिस को लेकर थी, लेकिन प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि इस बैठक में क्या चर्चा हुई|
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