हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है| हिमाचल के सोलन में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई है| वहीं, राजधानी शिमला में कई जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं| बताया गया है कि शिमला के उत्तरी हिस्से में भूस्खलन की चपेट में आने से 20 लोग मलबे में फंस गए हैं। इनमें से अब तक नौ शव बरामद किए जा चुके हैं। वहीं, शिमला के उपनगर बालूगंज में एक मंदिर पर दरार पड़ गई है| मंदिर के 25 से ज्यादा लोग मलबे में फंसे हुए हैं| इस इलाके में बचाव अभियान जारी है और पांच शव बरामद किये गये हैं|
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 14 अगस्त की सुबह बड़ा हादसा हुआ| यहां के समरहिल इलाके में शिव बावड़ी मंदिर क्षेत्र भारी बारिश के कारण ढह गया। इस बार मंदिर भी नष्ट हो गया है, जिस वक्त दरार गिरी उस वक्त मदीरा में 25 से ज्यादा श्रद्धालु मौजूद थे। तो ये 25 लोग मलबे में दब गए हैं| सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. बचाव दल ने अब तक 2 बच्चों समेत 5 शव बरामद किए हैं। बाकी की अभी भी तलाश की जा रही है|
यह मंदिर शिमला उपनगर के बालूगंज क्षेत्र में स्थित है। आज श्रावणी सोमवार होने के कारण सुबह से ही मंदिर में भीड़ लगी रही। कई श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए गए थे| उसी समय भूस्खलन के कारण यह मंदिर जमींदोज हो गया। भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है| पहाड़ से अभी भी पत्थर गिर रहे हैं| मलबे के साथ ही मंदिर के ऊपर चार से पांच पेड़ भी उखड़ गये हैं| रेस्क्यू ऑपरेशन में एसडीआरएफ, आईटीबीपी, पुलिस और स्थानीय लोग जुटे हुए हैं| जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाने का काम जारी है|
हिमाचल के सोलन जिले के कंडाघाट के जादोनान गांव में बादल फटने से दो मकान ढह गए, जिससे सात लोगों की मौत हो गई। मृतकों में चार महिलाएं और तीन पुरुष शामिल हैं।
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