चांद चंद्रयान-3 की कामयाबी के बाद इसरो आदित्य एल-1के जरिये सूर्य से जुडी जानकारी जुटाएगा।आदित्य एल-1 को PSLV-XL रॉकेट के जरिये अंतरिक्ष में छोडा जाएगा। इसकी लॉन्चिंग श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 2 से किया जाएगा। इसकी ऊंचाई 145.62 फीट है। बताया जा रहा लॉन्चिंग के समय उसका वजन 321 टन होगा।
बताया जाता है कि इस रॉकेट के लिए ख़ास अरेंजमेंट ऑफ़ पेरीजी ( AOP) किया जाता है। जिसकी वजह से इस रॉकेट का चौथा स्टेज एक बार में आदित्य एल-1 के तय कक्षा में नहीं पहुंचा पायेगा। एल-1 के जरिये इसरो को सभी डाटा सही समय पर मिलता रहेगा। आदित्य एल-1 लांच के बाद 16 दिन तक पृथ्वी का चक्कर लगाता रहेगा। फिर इसके बाद 109 दिनों की यात्रा होगी।बता दें कि भारत ने 23 अगस्त को चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतारा। इसके बाद उसी पीएम मोदी ने आदित्य एल-1 के बारे में जानकारी दी थी।
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