पवार साहेबांच्या वाजत गाजत आलेल्या लोक माझे सांगाती या आत्मचरित्राचा बारकाईने अभ्यास केला तर त्यांची दुटप्पी भूमिका लक्षात येईल….
मराठा तरुणांमध्ये असंतोष वाढत गेल्याचे मुद्दे त्यांनी पुस्तकात मांडले आहेत… या काळात ते सत्तेवरही होते. त्यावेळी मराठा समाजाला शांत करण्यासाठी… pic.twitter.com/AyML25Q0c6
— Keshav Upadhye (@keshavupadhye) September 3, 2023
जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे उन्होंने सारथी शुरू की और मराठा समुदाय को अवसर प्रदान किए। देवेन्द्र फडणवीस ने आरक्षण प्राप्त किया और बनाए रखा, लेकिन श्री पवार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में सुप्रीम कोर्ट में कोई अच्छा वकील क्यों नहीं बनाया? इसका खुलासा होना चाहिए।
केशव उपाध्याय ने कहा कि आरक्षण देना विवादास्पद है, ऐसा विवादास्पद बयान उनकी किताब में है। जरूरतमंद समुदाय को आरक्षण दिया जाना चाहिए| इसमें विवादास्पद क्या हो सकता है? इसका मतलब यह है कि मराठा समुदाय को आरक्षण की जरूरत नहीं है| इसलिए, उनकी आत्मकथा से यह स्पष्ट है कि उनकी यह दोहरी भूमिका है।
रूस और यूक्रेन युद्ध : रूस का मास डिस्ट्रॉयर ‘सैटन 2’ परमाणु हथियार तैयार !