फिलहाल राज्य में तीसरे कैबिनेट विस्तार की हलचल शुरू हो गई है| इस कैबिनेट विस्तार के लिए शिंदे गुट के कई विधायकों के नाम चर्चा में हैं, लेकिन, महाड विधायक भरत गोगावले को दोनों कैबिनेट विस्तार में मौका गंवाना पड़ा है। दूसरे कैबिनेट विस्तार में एनसीपी से अलग हुए 9 विधायकों ने मंत्री पद की लॉटरी जीत ली| इसलिए भरत गोगावले के साथ अन्याय होने की बात कही जा रही है| इस पर भरत गोगावले ने सफाई दी है|
उन्होंने कहा, ”हम और भाजपा विधायक इस बात पर सहमत हुए कि राष्ट्रवादी विधायकों को नहीं लिया जाना चाहिए। लेकिन, यह सब अगली राजनीति की चाल के रूप में हुआ है,” भरत गोगावले ने कहा। वह ‘एबीपी माजा’ के ‘माजा कट्टा’ के बारे में बात कर रहे थे।
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