किसी वजह से चर्चित रहा समृद्धि महामार्ग आज एक बार फिर एक टोल बूथ बंद होने की वजह से चर्चा में आ गया है। हालांकि, इस टोल बूथ को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने नहीं बल्कि उसके कर्मचारियों ने बंद किया है। टोल बूथ पर ही! नारे, फर्राटा भरती गाड़ियां, चकित वाहन चालकों-मालिकों की एक तस्वीर उभरी।
दिवाली में घोषित इस काम बंद की वजह भी गंभीर है|कंपनी के लिए लाखों डॉलर कमाने वाले टोल कर्मचारियों को पिछले दो महीनों से भुगतान नहीं किया गया है!यह उम्मीद भी विफल रही कि कम से कम दिवाली तक वेतन मिल जाएगा। साथ ही उनका ‘पीएफ’ खाता भी नहीं खुला|शुरुआत में नाक संचालन करने वाली कंपनी ने इस काम को दूसरी कंपनी को आउटसोर्स कर दिया। जब से टोल नाका शुरू हुआ है तब से कर्मचारियों को वेतन पत्र नहीं दिया गया है।
इससे नाराज कर्मचारियों ने आक्रामक रुख अपनाते हुए आज टोल बूथ पर प्रदर्शन किया और काम बंद कर दिया| वाहन चालक टोल स्टिक को एक तरफ धकेल कर बिना टोल चुकाए वाहन ले जा रहे हैं। वेतन पत्र नहीं होने से पीएफ भी नहीं मिल पा रहा है। हर तीन महीने में कंपनी बदलती रहेगी तो पीएफ कौन सी कंपनी देगी, यह कर्मचारी का सवाल है।
…तो जारी रहेगा काम बंद : इस बीच वेतन और पीएफ नहीं मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा| इसने यह रुख अपनाया है कि सभी वाहनों को नि:शुल्क जारी किया जाता रहेगा।
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