26 C
Mumbai
Saturday, November 23, 2024
होमन्यूज़ अपडेटअनिल परब ने सत्र में गौतमी पाटिल का उल्लेख किया; कहा, ''प्रदेश...

अनिल परब ने सत्र में गौतमी पाटिल का उल्लेख किया; कहा, ”प्रदेश में कानून-व्यवस्था का सवाल…!”

इसी पृष्ठभूमि में विधान परिषद में जहां सत्र में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो रही थी, वहीं गौतमी पाटिल का भी जिक्र हुआ|ठाकरे समूह के विधायक अनिल परब ने राज्य में कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए गौतमी पाटिल का जिक्र किया और हॉल में ठहाके गूंज उठे|

Google News Follow

Related

राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आज आखिरी दिन था|इसलिए, नागपुर विधानमंडल क्षेत्र में एक तस्वीर यह देखने को मिली कि सत्तापक्ष और विपक्ष ने एक-दूसरे की आलोचना करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा|आखिरी दिन विपक्ष ने आक्रामक तरीके से विभिन्न मुद्दों पर सरकार से सवाल पूछे, वहीं दूसरी ओर सरकार ने भी इन सवालों और आलोचनाओं का जवाब दिया|इसी पृष्ठभूमि में विधान परिषद में जहां सत्र में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हो रही थी, वहीं गौतमी पाटिल का भी जिक्र हुआ|ठाकरे समूह के विधायक अनिल परब ने राज्य में कानून-व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए गौतमी पाटिल का जिक्र किया और हॉल में ठहाके गूंज उठे|

असल में क्या हुआ?: विधान परिषद में जब राज्य में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा चल रही थी, तब विपक्ष की ओर से कई मुद्दे उठाए गए| विधान परिषद में शरद पवार गुट के वरिष्ठ सदस्य एकनाथ खडसे द्वारा कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर विस्तृत रुख रखने के बाद ठाकरे विधायक और पूर्व परिवहन मंत्री अनिल परब भाषण के लिए खड़े हुए| अनिल परब ने अपने भाषण की शुरुआत गौतमी पाटिल के कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए की!

अनिल परब ने क्या कहा?: जब अनिल परब ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था का सवाल गौतमी पाटिल से लेकर जारांगे पाटिल या ललित पाटिल हैं, तो हॉल में ठहाके गूंज उठे। ”फिलहाल राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्या गौतमी पाटिल से शुरू हो रही है| गौतमी पाटिल के कार्यक्रम में उमड़ी भीड़. लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं।
आजकल गौतमी पाटिल दिवाली की सुबह भी आने लगी हैं|महाराष्ट्र की संस्कृति क्या है? क्या दिन है। दिवाली की सुबह-सुबह कार्यक्रम में मारपीट हो गई|क्या चल रहा है प्रवीण दरेकर, आपने क्या बढ़िया कार्यक्रम लिया। हमें बैठने की जगह नहीं मिली| हम सड़क पर खड़े होकर देखते रहे| अब क्या हो रहा है?” ऐसा ही एक ज्वलंत सवाल उठाया है|
मराठा आरक्षण पर आलोचना: इस बार अनिल परब ने मराठा आरक्षण पर सरकार की आलोचना की|“24वीं समय सीमा नजदीक आ रही है। महाराष्ट्र का माहौल अशांत हो गया है|मुख्यमंत्री ने यहां मराठा आरक्षण को लेकर विस्तार से भाषण दिया,लेकिन मराठों को आरक्षण कैसे दिया जाए? ऐसा नहीं कहा गया है| इस सदन में यह प्रस्ताव लाने का कारण यह था कि कम से कम मुख्यमंत्री यह तो कहेंगे कि हमारी तैयारी एक स्तर तक है वगैरह-वगैरह|उद्देश्य था कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बताई गई गलतियों को सुधार कर आगे बढ़ना है, ताकि हमारा आरक्षण कायम रहे|उस संबंध में, महाराष्ट्र उथल-पुथल में है।
‘ललित पाटिल ने कानून-व्यवस्था को कमजोर किया’: इस बीच, ललित पाटिल का तीसरा मुद्दा उठाते हुए, अनिल परब ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था को कमजोर कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ”यह कानून-व्यवस्था कैसे टूटी हुई है, महाराष्ट्र कैसे सुरक्षित नहीं है, ये सारी बातें ललित पाटिल मामले में सामने आई हैं।” महाराष्ट्र में नशे की समस्या गंभीर हो गई है|
यह भी पढ़ें-

“आदर्श राम लेकिन सुरक्षा सीता की…”, जयंत पाटिल का कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान​!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,299फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
193,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें