मराठा प्रदर्शनकारी मनोज जरांगे पाटिल मुंबई जा रहे हैं। सरकार ने उन्हें मनाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं| इस बीच, मनोज जरांगे पाटिल ने कहा है कि जो लोग मराठा आरक्षण के खिलाफ हैं, जिन्होंने उनका अपमान किया है, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाएगा। मनोज जरांगे पाटिल ने यह भी कहा है कि मराठा आरक्षण के बिना मुंबई नहीं छोड़ेंगे|
मराठा शांतिपूर्ण रहे: अब तक हमने शांतिपूर्वक विरोध किया है। एक भी लड़के ने गड़बड़ नहीं की, एक ने भी गड़बड़ नहीं की। मेरे पिता के समुदाय ने राज्य को साबित कर दिया कि मराठा शांतिपूर्ण हैं और अपनी बात पर कायम हैं। मुंबई में भी हम शांति से जाएंगे, शांति से बैठेंगे, हंगामा नहीं करेंगे,लेकिन बिना आरक्षण के यह नहीं उठेगा|मनोज जरांगे पाटिल ने कहा है कि हम कल भी इस रुख पर कायम थे, आज भी कायम हैं और कल भी कायम रहेंगे|
मुंबई भी हमारी है और महाराष्ट्र भी हमारा है: मैं एक बार समाज को अपनी बात कह देता हूं तो पीछे नहीं हटता। हम सब जानते हैं कि आज से हमारे लोग बढ़ने लगेंगे। 26 जनवरी को महाराष्ट्र का पूरा समाज हमारी मुंबई में आएगा| हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि मुंबईकरों को परेशानी न हो।’ अब हम स्वेच्छा से काम करना चाहते हैं| आज से आप सभी पर जिम्मेदारी बढ़ गई है।मैंने आपको बताया कि बैठक की बैठक शुरू हो गई है। मनोज जरांगे पाटिल ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र भी हमारा है और मुंबई भी हमारा है|हमारा मातृ-पितृ समाज इसी प्रकार एकजुट है।
मनोज जरांगे पाटिल ने ये भी कहा कि पुणे में मैंने वो एकता देखी कि हम जिस सड़क पर चल रहे हैं, उस पर पूरा मराठा समाज आ रहा है| अगर कोई हमारी रैली में आगजनी या पथराव करने की कोशिश करता है तो उसे न तो पकड़ा जाए और न ही भगाया जाए|मनोज जरांगे पाटिल ने यह भी कहा कि मैं उन्हें छूना भी नहीं चाहता, उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले करना नहीं चाहता, यह काम आपको एक स्वयंसेवक के तौर पर करना होगा|
अगर कोई तुम्हें परेशान करता है, तो उसे मत छोड़ो, उसे मेरे पास लाओ: मनोज जरांगे पाटिल ने कहा, अगर कोई तुम्हें परेशान करता है, तो उसे मत छोड़ो, उसे मेरे पास लाओ, मैं तुम्हें दिखाऊंगा। मुझसे पूछे बिना कुछ मत करना| क्या कोई आपके नाम पर राजनीति कर रहा है? अगर उसने अकड़ने की कोशिश की तो मैं उसे पुलिस की गाड़ी में उठा लूंगा| हम सभी शांत रहना चाहते हैं| हम मुंबई में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं|
मनोज जरांगे पाटिल ने यह भी कहा कि अब मैं सरकार को बता सकता हूं कि मेरे समाज ने अपनी बात रख दी है| किसी को यह नहीं भूलना चाहिए कि शांति के युद्ध में बहुत ताकत होती है। हमें आरक्षण चाहिए और हम शांति की लड़ाई लड़ रहे हैं| आरक्षण अंतिम चरण में है|अब तक 54 लाख मराठों को आरक्षण मिल चुका है|उन्हें तुरंत आरक्षण प्रमाण पत्र दें|
सभी विरोधियों को देखकर एक बार आरक्षण दो: मुझे शांति से आरक्षण लेने दो। फिर विरोधी एक दूसरे की तरफ देखते हैं| अपने विरोधियों की गति को रोकता है| इस एकता को ऐसे ही बनाये रखें| मैं तुम्हारा वचन नहीं तोड़ूंगा, तुम मेरा वचन मत तोड़ो। जब तक अंतिम व्यक्ति को आरक्षण नहीं मिल जाता, तब तक आंदोलन नहीं रुकेगा| अंतर्युद्ध आंदोलन आज भी जारी है। मैंने भी अपमान पचा लिया है| सबका हिसाब होगा लेकिन पहले रिजर्वेशन कराने के बाद| मनोज जरांगे पाटिल ने भी आसपास सावधान रहने की बात कही है|
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